मीरजापुर में मगरमच्छ ने बछिया को बनाया निवाला, बाणसागर नहर से निकले मगरमच्छ ने किया हमला
मवेशियों के छटपटाने और बार- बार गाय और बछड़ों के शोर की आवाज सुनकर पशुपालक रामबली की नींद खुल गई। वह टार्च और लाठी लेकर घर के बाहर निकले तो देखा कि मगरमच्छ घर के सामने बंधी बछिया को घसीटते हुए नहर की तरफ चला जा रहा था।
मीरजापुर, जागरण संवाददाता। हलिया थाना क्षेत्र के अहुगी कलां गांव में सोमवार की रात कहार बस्ती में भटककर पहुंचे मगरमच्छ ने एक बछिया को अपना निवाला बना डाला। अहुगी कलां गांव निवासी रामबली अपने घर के सामने नहर के पास अपने मवेशियों को बांधे हुए थे। देर रात चहलकदमी करते हुए मगरमच्छ नहर किनारे पहुंच गया। मवेशियों के छटपटाने और बार- बार गाय और बछड़ों के शोर की आवाज सुनकर पशुपालक रामबली की नींद खुल गई। वह टार्च और लाठी लेकर घर के बाहर निकले तो देखा कि मगरमच्छ घर के सामने बंधी बछिया को घसीटते हुए नहर की तरफ चला जा रहा था।
रात में ही रामबली के शोरगुल मचाने पर ग्रामीण विद्यामनि भूर्तिया, शिवराम,मीरई आदि लाठी डंडा लेकर दौड़े, लेकिन तब तक मगरमच्छ बछिया को घसीटते हुए अदवा नहर में चला गया और बछिया को अपना शिकार बना डाला। पशुपालक रामबली ने बताया कि मगरमच्छ करीब सात फीट लंबा था।
वहीं दूसरी ओर मंगलवार की भोर में अहुगी गांव निवासी नन्हकू कहार अपने मवेशियों को चारा भूसा डालने के घर से बाहर निकले तो देखा कि घर के सामने एक मगरमच्छ टहल रहा है। जानकारी होने पर नन्हकू कहार घर की तरफ भाग कर गए और लाठी लेकर बाहर आए तो मगरमच्छ नहर की तरफ सरपट दौड़ लगाते हुए नहर में कूद पड़ा। मगरमच्छ के अहुगी कलां गांव स्थित नहर में डेरा डाले जाने पर ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है।
जबकि ग्रामीणों ने मगरमच्छ के बस्ती में आने व बछिया को निवाला बनाए जाने के घटना की सूचना वनविभाग को दे दिया है। ग्रामीणों ने मगरमच्छ को अदवा बांध से नहर के सहारे गांव तक पहुंचने की आशंका जताई है। मगरमच्छ के बस्ती में आने से ग्रामीणों में पशुओं तथा जान माल की सुरक्षा को लेकर चिंता व्याप्त है। जिले में कुछ वर्षों में मगरमच्छ के हमले की घटना ने लोगों को चिंता में डाल दिया है।