वाराणसी में 25 अप्रैल तक बंद रहेगी कचहरी, 24 न्यायिक अधिकारी और उनके परिवार सदस्य कोरोना संक्रमित

वाराणसी कचहरी परिसर में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण से उत्पन्न गंभीर हालात को देखते हुए कचहरी 25 अप्रैल तक बंद रहेगी। न्यायिक अधिकारियोंअधिवक्ताओं और कर्मचारियों में कोविड -19 का संक्रमण बढ़ते जा रहा है। 24 न्यायिक अधिकारी और उनके परिवार सदस्य कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 09:08 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 09:08 PM (IST)
वाराणसी में 25 अप्रैल तक बंद रहेगी कचहरी, 24 न्यायिक अधिकारी और उनके परिवार सदस्य कोरोना  संक्रमित
वाराणसी में 25 अप्रैल तक बंद रहेगी कचहरी

वाराणसी, जेएनएन। कचहरी परिसर में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण से उत्पन्न गंभीर हालात को देखते हुए कचहरी 25 अप्रैल तक बंद रहेगी। सेंट्रल और बनारस बार एसोसिएशन ने बिगड़ते हालात को देखते हुए कचहरी को बंद करने का प्रभारी जिला जज से मांग की थी। जिला प्रशासन और मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा कचहरी की स्थिति को भयावह बताते हुए यह रिपोर्ट दी गई कि न्यायिक अधिकारियों,अधिवक्ताओं और कर्मचारियों में कोविड -19 का संक्रमण बढ़ते जा रहा है। ऐसी परिस्थिति में कचहरी को कुछ समय तक के लिए बंद करना उचित होगा। 

मंगलवार को कोविड -19 की जांच में तीन और न्यायिक अधिकारी व एक कर्मचारी संक्रमित पाए गए। अब तक 24 न्यायिक अधिकारी और उनके परिवार सदस्य कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। सेंट्रल और बनारस बार एसोसिएशन के अध्यक्षद्वय अशोक कुमार उपाध्याय व विनोद कुमार पांडेय की ओर से भी न्यायालय प्रशासन को जानकारी दी गई कि 15 दिन के भीतर इस महामारी से 24 अधिवक्ताओं की जान जा चुकी हैं। सभी परिस्थितियों पर विचार-विमर्श करने के पश्चात प्रभारी जिला जज अशोक कुमार सिंह यादव ने 25 अप्रैल तक कचहरी बंद रखने का आदेश दिए। कचहरी अब 26 अप्रैल को खुलेगी। प्रभारी जिला जज ने इस दौरान पूरे कचहरी परिसर,अदालतों और अधिवक्ताओं के चैंबरों को सेनेटाइजेशन और साफ-सफाई कराने का जिलाधिकारी,नगर आयुक्त व मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये हैं।

वकीलों ने सौंपा ज्ञापन

कोविड -19 से संक्रमित मरीजों के इलाज में निजी अस्पतालों द्वारा मनमानीपन किए जाने और कोरोना वायरस की जांच रिपोर्ट मिलने में काफी समय लगने को लेकर मंगलवार को वकीलों के एक प्रतिनिधिमंडल ने एडीएम (प्रशासन) से मुलाकात की। अधिवक्ताओं ने इस पर आवश्यक कार्रवाई करने और मरीजों को कोरोना वायरस की जांच रिपोर्ट मिलने में शीघ्रता सुनिश्चित कराने की मांग करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल में अधिवक्ता नित्यानंद चौबे,विनोद पांडेय 'भइया जी,संजीवन यादव,प्रेमसागर चौबे आदि शामिल थे।

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