सीएचएस प्रवेश परीक्षा में लॉटरी सिस्टम का विरोध कर कहा जाएंगे न्यायालय
छात्रों ने कुलपति मुर्दाबाद और दलाली छोड़ो के नारे लगाते हुए मांग किया कि जब प्रवेश परीक्षा के नाम पर छात्रों ने फॉर्म भरा है और फीस जमा किया है तो छात्रों को उनको अधिकार से वंचित करना कतई न्यायसंगत नहीं है।
वाराणसी, जेएनएन। सीएचएस में लॉटरी सिस्टम के विरोध में छात्रों ने बीएचयू के केंद्रीय कार्यालय पर तालाबंदी करके विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों ने इस बीच कुलपति मुर्दाबाद और दलाली छोड़ो के नारे लगाते हुए मांग किया कि जब प्रवेश परीक्षा के नाम पर छात्रों ने फॉर्म भरा है और फीस जमा किया है तो छात्रों को उनको अधिकार से वंचित करना कतई न्यायसंगत नहीं है। सेंट्रल हिंदू स्कूल में भी प्रवेश परीक्षा कराई जाए जिससे शिक्षा में पारदर्शिता बनी रहे। काफी देर तक चले प्रदर्शन के बाद छात्रों ने कुलपति प्रो. राकेश भटनागर को ज्ञापन भी सौंपा। ज्ञापन में लॉटरी सिस्टम बदलकर प्रवेश परीक्षा कराने की बात कहते हुए छात्रों ने अल्टीमेटम दिया कि यदि हमारी यी मांगें न मानी गईं तो जल्द न्यायालय की शरण में जाएंगे।
दरअसल कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए इस बार बीएचयू में सीएचएस प्रवेश परीक्षा रद्द कर छठवीं और नौंवी में ई लॉटरी के माध्यम से छात्रों को एडमिशन दिया जा रहा है। वहीं ग्यारहवीं में दसवीं की मेरिट के आधार पर प्रवेश देने का निर्णय लिया गया है। इसी का विरोध बीएचयू के छात्र विगत कई दिनों से विश्वविद्यालय में कर रहे हैं। इसको लेकर छात्रों ने सोमवार को विरोध प्रदर्शन करते हुए मांग किया कि जब फार्म सबने भरा है तो मौका भी सबको योग्यता के अाधार पर मिले न कि किस्मत के आधार पर। ऐसा अगर हुआ तो सभी अदालत का दरवाजा खटखटाने को विवश होंगे।