Roadways Varanasi: वाट्सएप से चला रहे भ्रष्टाचार की दुकान, देते हैं अधिकारियों की लोकेशन
भ्रष्टाचार में संलिप्त और प्रवर्तन कार्रवाई से बचने के लिए परिवहन निगम के बस चालक और परिचालक चोरी से वाट्सएप ग्रुप बनाकर अधिकारियों की लोकेशन एक-दूसरे को देते हैं।
वाराणसी, जेएनएन। भ्रष्टाचार में संलिप्त और प्रवर्तन कार्रवाई से बचने के लिए परिवहन निगम के बस चालक और परिचालक चोरी से वाट्सएप ग्रुप बनाकर अधिकारियों की लोकेशन एक-दूसरे को देते हैं। अनुशासनहीनता के साथ भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना है। विभागीय विरोध में काम करने वालों को दंडित करना जरूरी है। चालकों और परिचालकों का यह कृत्य ठीक नहीं है। मामला संज्ञान में आने पर क्षेत्रीय प्रबंधक ने क्षेत्र के सभी डिपो एआरएम को प्रवर्तन कार्य में तेजी लाते हुए चालकों व परिचालकों के मोबाइल पर वाट्सएप चेक करने को कहा है। निर्देश दिया है कि जिन चालकों और परिचालकों के वाट्सएप पर विभाग विरोधी गतिविधियां मिलें उनके खिलाफ त्वरित कार्यवाही की रिपोर्ट भेजें।
परिवहन निगम के कई बस चालक और परिचालक यात्रियों से पैसा लेकर टिकट नहीं देते हैं। प्रवर्तन अधिकारियों की चेकिंग में अक्सर चालक और परिचालक पकड़े भी जाते हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई भी होती है लेकिन आदत में कोई सुधार नहीं हो रहा है। प्रवर्तन अधिकारियों द्वारा सख्ती करने पर चालकों और परिचालकों ने नया रास्ता खोजा है। वे वाट्सएप ग्रुप बना उस पर प्रवर्तन अधिकारियों की लोकेशन देते रहते हैं जिससे आगे रास्ते में चेकिंग होने पर कोई कमी न मिले। क्षेत्रीय प्रबंधक एसके राय ने कहाकि भ्रष्टाचार में संलिप्त चालकों और परिचालकों को छोड़ा नहीं जाएगा। ऐसे लोगों की गोपनीय तरीके से सूची बनाने के साथ कार्रवाई की जाएगी। कुछ लोगों के नाम सामने आए हैं, उनकी रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
पूर्व में भी ऐसे मामले सामने आने के बाद अधिकारियों ने दूसरे विकल्पों पर ध्यान देना शुरू किया था। हालांकि ऐसे लोगों का तोड़ विभाग अब तक नहीं खोज सका है। ऐसे में बिना रोकटोक लोकेशन देने का खेल जारी है और रोडवेज को चपत लग रही है।