Coronavirus Varanasi में सात डाककर्मियों को भेजा होम क्वारंटाइन, 18 लोगों की हुई जांच
प्रधान डाकघर कैंट में शुक्रवार को डाक्टरों के एक दल ने यहां पर कार्यरत 18 लोगों की जांच की। जांच के आधार पर सात कर्मियों को होम क्वारंटाइन में भेज दिया गया है।
वाराणसी, जेएनएन। प्रधान डाकघर कैंट में शुक्रवार को डाक्टरों के एक दल ने यहां पर कार्यरत 18 लोगों की जांच की। जांच के आधार पर सात कर्मियों को होम क्वारंटाइन में भेज दिया गया है। डा. हेमंत कुमार शर्मा ने बताया कि पांच लोगों की टीम जिसमें उनके अलावा एक फार्मसिस्ट, एक एएनएम और दो आशा शामिल थे।
सुबह 10.30 बजे से जांच शुरू की गयी जो 12.40 तक चली। हम लोगों ने क्वारंटाइन किए गए लोगों को बताया कि घर पर उन्हें क्या-क्या सावधानी रखनी है। अगर किसी तरह की कोई परेशानी हो तो तत्काल हम लोगों से संपर्क करे। वहीं पोस्टमास्टर जनरल प्रणव कुमार जांच के दौरान काफी देर तक मौजूद रहे। उन्होंने सभी डाककर्मियों से कहा कि किसी बात को डाक्टर से छिपाए नहीं। अगर कोई परेशानी हो तो उसको बताए ताकि उसका समाधान किया जा सके।
सैंपल की अविलंब आए रिपोर्ट, पेंडिंग करें खत्म
कोरोना संक्रमण के बढ़ते दायरे को देखते हुए जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने पेंडिंग सैंपल को खत्म करने की मंशा जाहिर की है। दवा कारोबारी की चार दिन विलंब से आई रिपोर्ट से सबक लेते हुए जिला प्रशासन का मानना है कि जितनी जल्दी रिपोर्ट आएगी, उतनी तत्परता से कोरोना संक्रमण के दायरे को बढऩे से रोका जा सकता है।
इसको ध्यान में रखते हुए चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू स्थित माइक्रो बायोलॉजी लैब में पेंडिंग सैंपलों की संख्या को लेकर जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने नाराजगी जाहिर की है।
आइएमएस-बीएचयू स्थित सभागार में लैब इंचार्ज सहित डाक्टरों की बैठक लेते हुए उन्होंने जांच दर को बढ़ाने का निर्देश दिया। बीएचयू लैब में गुरुवार को 65 सैंपल पेंडिंग थे। बनारस में कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार के मद्देनजर इतनी पेंडेंसी संतोषजनक नहीं कही जा सकती। इस पर लैब इंचार्ज ने भरोसा दिलाया कि शुक्रवार सुबह तक सभी सैंपल क्लीयर हो जाएंगे। इस दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वीबी सिंह आदि ने भी विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की।