Corona Infection in Varanasi : जनपद में 24 घंटे में ढाई गुना बढ़े कोरोना मरीज, 2940 सैंपल पेंडिंग

वाराणसी में कोरोना संक्रमण की रफ्तार थमने के बाद अब एक फिर बढ़ाव शुरू हो गया है। बीएचयू व मंडलीय हास्पिटल की लैब से गुरुवार को जहां केवल दो पाजिटिव मिले थे वहीं शुक्रवार को 4150 सैंपलों की जांच में पांच पाजिटिव मिले।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 09:52 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 09:52 PM (IST)
Corona Infection in Varanasi : जनपद में 24 घंटे में ढाई गुना बढ़े कोरोना मरीज, 2940 सैंपल पेंडिंग
वाराणसी में कोरोना संक्रमण की रफ्तार थमने के बाद अब एक फिर बढ़ाव शुरू हो गया है।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार थमने के बाद अब एक फिर बढ़ाव शुरू हो गया है। बीएचयू व मंडलीय हास्पिटल की लैब से गुरुवार को जहां केवल दो पाजिटिव मिले थे, वहीं शुक्रवार को 4150 सैंपलों की जांच में पांच पाजिटिव मिले। होम आइसोलेशन के तीन मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें स्वस्थ घोषित कर दिया गया। जनपद में अब तक 82353 पाजिटिव केस मिले हैं, जिनमें से 81554 स्वस्थ भी हो चुके हैं और 773 की मौत हो चुकी है। वर्तमान में सक्रिय मरीजों की संख्या महज 26 है। वहीं 2940 सैंपल पेंडिंग हैं, जिनके परिणाम का इंतजार है।

8551 लाभार्थियों ने लगवाया कोरोना टीका

विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों व चैरिटेबल अस्पतालों में शुक्रवार को 57 सत्रों का आयोजन कर 8551 लाभार्थियों काे प्रतिरक्षित किया गया। इसमें 5787 लाभार्थियों को प्रथम व 2764 को दूसरी डोज का टीका लगाया गया। इस क्रम में 45 वर्ष से ऊपर के 493 लोगों को टीका लगा। वहीं 57 सत्रों पर 18 वर्ष से 44 वर्ष के 8058 लाभार्थियों का टीकाकरण किया गया। इसमें से 5595 लाभार्थियों को प्रथम एवं 2463 को दूसरी डोज का टीका लगा। अंतरराष्ट्रीय स्पेशल एक केंद्र पर 16 व महिला स्पेशल एक केंद्र पर 125 महिलाओं का टीकाकरण किया गया।

कोरोना जांच के लिए सैंपलिंग की दी जानकारी

कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर प्रशासन सतर्क हो गया है। इसके लिए शनिवार को दूसरे दिन सिटी कमांड कंट्रोल सेंटर में एलटी एवं एलए कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया। प्रतिभागियों को “सैंपलिंग और टेस्टिंग” विषयों में विस्तृत रूप से बताया गया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 31 जुलाई के साथ ही दो, चार, पांच व छह अगस्त को चलेगा।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वीबी सिंह ने बताया कि "ट्रैक, टेस्ट, ट्रीट" के मूल सिद्धांत पर कार्य किया जाना है। इसके तहत सैंपल लेना एवं उसे जांच केंद्रों तक सुव्यवस्थित तरीके से पहुंचाने की जिम्मेदारी होगी। जिला सर्विलांस अधिकारी डा. एसएस कनौजिया न बताया कि टीम फील्ड में जाकर सैंपल कलेक्शन करेगी। इसके बाद सैंपल लिए गए लोगों का डाटा आइडी जनरेशन के लिए व्हाट्सएप के माध्यम से संबंधित डाटा आपरेटर को भेजेंगे। डाटा आपरेटर कन्साइनमेंट आईडी जनरेट कर पुनः व्हाट्सएप से एलटी /एलए को उपलब्ध कराएंगे। एलटी/एलए की ओर से वीटीएम पर आइडी नाम लिखा जाएगा। इसके बाद आवंटित वाहन से सैंपल और कन्साइनमेंट आईडी संबंधित लैब को भेजा जाएगा, जहां पर पूर्व से नामित सैंपल रिसीव करने वाले को सैंपल रिसीव कराया जाएगा।

प्रशिक्षण में डा. पीयूष राय ने बताया कि जिस व्यक्ति का सैंपल लेना है, उसको सैंपल लेने के पूर्व प्रक्रिया के बारे में बतायें, तत्पश्चात मुंह और नाक से सैंपल लिया जाएगा। मुंह से सैंपल लेने के लिए व्यक्ति के सिर को थोड़ा सा पीछे झुकाया जाएगा। व्यक्ति का मुंह खुलवाकर स्टेराइल स्वाब स्टिक से सैंपल लिया जाएगा।

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