चंदौली में बिजली बिल जमा करने को नहीं भटकेंगे उपभोक्ता, राजस्व की वसूली के लिए विभाग की पहल

बिजली बिल जमा करने के लिए लोगों को भागकर उपकेंद्र पर जाना पड़ता था। इससे गांव-गिरांव के उपभोक्ताओं को परेशानी होती थी। मीलों सफर तय कर बिजली विभाग के दफ्तर पहुंचते रहे तो कभी सर्वर फेल तो कभी किसी अन्य कारण बिल जमा नहीं होती।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 03:42 PM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 03:42 PM (IST)
चंदौली में बिजली बिल जमा करने को नहीं भटकेंगे उपभोक्ता, राजस्व की वसूली के लिए विभाग की पहल
बिजली बिल जमा करने के लिए लोगों को भागकर उपकेंद्र पर जाना पड़ता था।

जागरण संवाददाता, चंदौली। बिजली बिल जमा करने के लिए उपभोक्ताओं को अब उपकेंद्रों के चक्कर नहीं काटने होंगे, बल्कि अपने आसपास के कैश काउंटर पर इसे आसानी से जमा करा सकते हैं। जिले में उपभोक्ताओं की सहूलियत के लिए कस्बों व गली-मोहल्लों में दो दर्जन से अधिक कैश काउंटर खोल दिए गए हैं। यहां कंप्यूटर आपरेटर की नियुक्ति के साथ ही कंप्यूटर, लैपटाप, प्रिंटर और इंटरनेट कनेक्टिविटी की सुविधा है। तत्काल बिल जमा करने के बाद रसीद भी उपलब्ध कराई जा रही है। विभाग की पहल से लोगों को सहूलियत होगी।

दरअसल, बिजली बिल जमा करने के लिए लोगों को भागकर उपकेंद्र पर जाना पड़ता था। इससे गांव-गिरांव के उपभोक्ताओं को परेशानी होती थी। मीलों सफर तय कर बिजली विभाग के दफ्तर पहुंचते रहे तो, कभी सर्वर फेल तो कभी किसी अन्य कारण बिल जमा नहीं होती। इससे उन्हें कई बार चक्कर काटना पड़ता है। इससे उपभोक्ताओं को परेशानी होती ही थी, साथ ही बकाए बिल की वसूली भी प्रभावित होती थी। ऐसे में विभाग ने जिले के प्रमुख कस्बों में कैश काउंटर खोलवा दिए हैं। यहां एक कंप्यूटर आपरेटर को नियुक्त किया गया है। वहीं जरूरी संसाधन भी दिए गए हैं। आपरेटर लोगों के बिल जमा कर तत्काल उन्हें रसीद मुहैया करा रहे। इससे सहूलियत बढ़ गई है।

इन स्थानों में खुले हैं कैश काउंटर : सैयदराजा, शहाबगंज, रेमा मोड़, जीवनाथपुर, बबुरी, चंदौली में दो जगह, चकिया, जागेश्वरनाथ, नौगढ़, जलालापुर कांटा, मुगलसराय में दो, चंधासी, पड़ाव में दो, अलीनगर, डांडी, सकलडीहा में दो, चहनियां, धानापुर, कमालपुर, भूपौली, अमड़ा, मारूफपुर, अवाजापुर में कैश काउंटर खोले गए हैं। इसके अलावा एक सोशल मीडिया काउंटर भी खोला गया है। इसके जरिए लोगों को जागरूक किया जा रहा।

ओटीएस के बाद घटी वसूली : एकमुश्त समाधान योजना बंद होने के बाद बिल वसूली की प्रक्रिया काफी कम हो गई है। विभागीय कर्मियों के अनुसार अब इक्का-दुक्का उपभोक्ता की बिल जमा करने के लिए आ रहे हैं। ओटीएस के तहत रोजाना हर डिविजन में लगभग 15 से 20 लाख रुपये बकाया बिल जमा हो रहा था। विभाग की ओर से अभियान चलाकर भी बिल की वसूली की जा रही थी। हालांकि वर्तमान में अभियान ठप है। इससे उपभोक्ता भी सुस्त पड़ गए हैं।

बोले अभियंता : ‘ उपभोक्ताओं की सहूलियत के लिए कैश काउंटर खोले गए हैं। लोग यहां अपना बकाया बिजली बिल जमा करा सकते हैं। उन्हें तत्काल रसीद मुहैया कराई जाएगी। उपभोक्ता बकाया बिजली बिल जमा कराएं, वरना कार्रवाई की जद में आ सकते हैं। -एके सिंह, अधिशासी अभियंता। 

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