वाराणसी विकास प्राधिकरण के अभियंताओं की मिलीभगत से चलता रहा निर्माण, सैकड़ों अवैध कालोनियां हुईं आबाद
सुनियोजित विकास की राह पर बढ़ रहे बनारस को अनियोजित कालोनियों के जंजाल में जकडऩे की कोशिश वही कर रहे हैैं जिन पर सुनियोजन का जिम्मा है। वीडीए के अभियंताओं और कालोनाइजर-बिल्डरों की मिलीभगत का ही दुष्परिणाम है कि शहर के चारों ओर सैकड़ों अवैध कालोनियां बस चुकी हैैं। अ
वाराणसी, जेपी पांडेय। सुनियोजित विकास की राह पर बढ़ रहे बनारस को अनियोजित कालोनियों के जंजाल में जकडऩे की कोशिश वही कर रहे हैैं, जिन पर सुनियोजन का जिम्मा है। वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) के अभियंताओं और कालोनाइजर-बिल्डरों की मिलीभगत का ही दुष्परिणाम है कि शहर के चारों ओर सैकड़ों अवैध कालोनियां बस चुकी हैैं। अवैध कालोनियों की सच्चाई से अनजान लोग वहां प्लाट खरीदकर मकान बनवा रहे हैं। हालात यह हैं कि वीडीए ने जिन अवैध कालोनियों में कभी बुलडोजर चलवाया था, वहां भी तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है।
यूं तो इस साल एक जनवरी से अब तक वीडीए विभिन्न स्थानों पर कुल 1,137 बीघे में हो रही अवैध प्लाटिंग ध्वस्त कर चुका है। बावजूद इसके इन्हीं स्थानों पर कालोनाइजर पहले की तरह वहां कार्यालय खोलकर प्लाटिंगऔर जमीन की खरीद-फरोख्त में जुटे हैैं। यह वीडीए के अभियंताओं से उनके गठजोड़ का ही नतीजा है।
वीडीए कालोनी बनाने के साथ ही वहां सड़क, सीवर, नाली, बिजली, पार्क, कम्यूनिटी हाल, बच्चों के खेलने के लिए मैदान आदि की व्यवस्था करता है। यही नियम प्राइवेट कालोनी बनाने पर वालों भी लागू होता है, लेकिन अवैध तरीके से एक के बाद एक आबाद हो रही कालोनियों में ऐसी कोई सुविधा नहीं। कुल मिलाकर फजीहत आमजन को उठानी पड़ती है।
900 से अधिक अवैध कालोनियां हुईं आबाद
वीडीए सीमा क्षेत्र में 25-50 नहीं, बल्कि छोटी-बड़ी 900 से अधिक अवैध कालोनियां आबाद हो चुकी हैं। वीडीए कई बार सर्वे कराने के साथ ही अवैध कालोनियों को चिह्नित कर चुका है, लेकिन उनके खिलाफ सख्ती से कार्रवाई नहीं होती। वार्ड के जोनल अधिकारी व अभियंता उन्हीं अवैध कालोनियों पर बुलडोजर चलाते हैं, जहां 'गठजोड़Ó सही ढंग से नहीं हो पाता। हर कार्रवाई के साथ वार्ड के जोनल और जेई का रेट बढ़ता जाता है। मोटी रकम के बदले शहर अनियोजित कालोनियों के जंजाल में जकड़ता चला जाता है। ऐसे दो-चार मामले नहीं, बल्कि 200 से अधिक प्रकरणों में यही खेल हुआ है। लोगों का कहना है कि वीडीए उपाध्यक्ष जांच कराएं तो सारी सच्चाई सामने आ सकती है।
वीडीए के दस्तावेजों में ध्वस्त हुए अवैध निर्माण
123 कालोनियां वैध हैैं जो वीडीए की सहमति से बनीं
210अवैध कालोनियां वीडीए ने की हैैं चिह्नित
दो जनवरी : दशाश्वमेध वार्ड के मढ़ौली बालाजी नगर कालोनी में 30 बीघा
सात जनवरी : सारनाथ वार्ड के संदहा गांव में 25 बीघा, रामनगर वार्ड के कोदोपुर में 100 बीघा
आठ जनवरी : नगवां वार्ड के नरोत्तमपुर डाफी में 40 बीघा
12 जनवरी : रामनगर वार्ड के गोपालपुर वस्तु विहार कालोनी में 20 बीघा
15 जनवरी : सिकरौल वार्ड के ऐढ़ में छह बीघा, मुगलसराय वार्ड के ग्राम चंद्रखा में 60 बीघा
16 जनवरी : सारनाथ वार्ड के पतरेवां गांव में 25 बीघा
22 जनवरी : रामनगर वार्ड के डोमरी में 60 बीघा
23 जनवरी : नगवां वार्ड के अमरा खैर चक में 30 बीघा
28 जनवरी : मुगलसराय वार्ड के महमूदपुर में 45 बीघा
29 जनवरी : दशाश्वमेध वार्ड के भुल्लनपुर स्थित शिव शंकर नगर में 50 बीघा व केशरीपुर में 50 बीघा
30 जनवरी : रामनगर वार्ड के डोमरी के जलीलपुर में 30 बीघा
पांच फरवरी : मुगलसराय वार्ड के बहादुरपुर में 35 बीघा
11 फरवरी : मुगलसराय वार्ड के महेवा में 40 बीघा
दो मार्च : सारनाथ वार्ड के अनमोल नगर में 30 बीघा और रामनगर वार्ड के परोरवा में 50 बीघा
तीन मार्च : दशाश्वमेध वार्ड के दरेखू में 35 बीघा व मुगलसराय वार्ड के बहादुरपुर में 80 बीघा
चार मार्च : शिवपुर वार्ड के अहमदपुर में पांच बीघा व दांदूपुर में 50 बीघा
18 मार्च : मुगलसराय वार्ड के हिनौली में पांच बीघा
19 मार्च : रामनगर वार्ड के परोरवा में 40 बीघा
तीन अप्रैल : दशाश्वमेध वार्ड के भिठारी स्थित केराकत में 10 बीघा
तीन जून : शिवपुर वार्ड के छतरीपुर में 17 बीघा
सात जून : मुगलसराय वार्ड के डोमरी में दो बीघा
नौ जून : सारनाथ वार्ड के खजुही गांव में 15 बीघा
10 जून : नगवां वार्ड के लठिया में पांच बीघा
15 जून : रामनगर वार्ड के औद्योगिक व जीवधीपुर में 22 बीघा
26 जून : रामनगर वार्ड के खुटहा में 20 बीघा
दो जुलाई : नगवां वार्ड के कुरहुआ में 20 बीघा
तीन जुलाई : शिवपुर वार्ड के घोड़हा में 40 बीघा
29 जुलाई : रामनगर वार्ड के परोरवा में 20 बीघा
31 जुलाई : रामनगर वार्ड के कबीरपुर में एक बीघा
तीन अगस्त : मुगलसराय वार्ड के गोधना में पांच बीघा
पांच अगस्त : सारनाथ वार्ड के छाही में छह बीघा व दशाश्वमेध वार्ड में 20 बीघा
10 अगस्त : रामनगर वार्ड के खुटहा में 20 बीघा