वाराणसी में अगले सप्ताह शुरू होगी कमिश्नरेट कोर्ट, पुलिस लाइन में जगह भी चिह्नित

महानगर में कमिश्नरेट प्रणाली धीरे -धीरे रफ्तार पकडऩे लगी है। अधिकारियों की तैनाती के के साथ कार्य विभाजन भी किया गया है। इसी परिपे्रक्ष्य में अगले सप्ताह पुलिस लाइन में कमिश्नरेट कोर्ट की शुरूआत हो जाएगी। इसमें विधिक अधिकारों का अधिकारी प्रयोग कर सकेंगे

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Fri, 02 Apr 2021 05:40 AM (IST) Updated:Fri, 02 Apr 2021 05:40 AM (IST)
वाराणसी में अगले सप्ताह शुरू होगी कमिश्नरेट कोर्ट, पुलिस लाइन में जगह भी चिह्नित
महानगर में कमिश्नरेट प्रणाली रफ्तार पकडऩे लगी है। अधिकारियों की तैनाती के के साथ कार्य विभाजन भी किया गया है।

वाराणसी, जेएनएन। महानगर में कमिश्नरेट प्रणाली धीरे -धीरे रफ्तार पकडऩे लगी है। अधिकारियों की तैनाती के के साथ कार्य विभाजन भी किया गया है। इसी परिपे्रक्ष्य में अगले सप्ताह पुलिस लाइन में कमिश्नरेट कोर्ट की शुरूआत हो जाएगी। इसमें विधिक अधिकारों का अधिकारी प्रयोग कर सकेंगे। इसके लिए पुलिस लाइन में जगह भी चिह्नित कर ली गई है। इसके अलावा डीसीपी को थानेदार, दारोगा व इंस्पेक्टर के आकस्मिक अवकाश देने का अधिकार दिया गया है। सिपाहियों को तीन दिन का अवकाश थानेदार स्वीकृत कर सकेंगे लेकिन उससे अधिक अवकाश के लिए एसीपी अधिकृत किए गए हैं। भूमि संबंधी विवादों के मामलों की सुनवाई डीसीपी कर सकेंगे। इससे जनता को राहत मिलेगी, दौड़ धूप कम होगी और समय की बचत भी होगी। इस प्रणाली में 14 विधिक अधिकार कमिश्नरेट को सौंपे गए हैं।

आरती सिंह को अपर पुलिस उपायुक्त महिला अपराध का कार्यभार
पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने आइपीएस आरती सिंह को अपर पुलिस उपायुक्त महिला अपराध नियुक्त किया है। वह 2017 बैच की आइपीएस हैं। उन्होंने बताया कि ऐसा माहौल बनाना है जिसमें अपराधियों में भय व जनता में सुरक्षा का भाव हो। महिलाएं बिना किसी रुकावट के अपनी समस्याएं पुलिस तक पहुंचा सकें और उनकी शिकायतों का गुणात्मक निस्तारण हो। इनका गृह जनपद सिंगरौली (मध्यप्रदेश) है। उन्होंने बीकाम व एमबीए की पढ़ाई की है।

केवल 18 थानों को ही कमिश्नरी में जोड़ा जाएगा। ग्रामीण के कुछ थाने अलग होंगे

पुलिस कमिश्नरेट लागू होने से थाना या सर्किल स्तर पर मजिस्ट्रेट के यहा? दौडऩे से मुक्ति मिलेगी। जिससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर अच्छा असर होगा। लेकिन यह व्यवस्था लागू हिने से जिन प्रशानिक अधिकारियों के अधिकार पर असर होगा उनके व पुलिस के बीच सामंजस्य बिगड़ेगा। कोई भी व्यवस्था सोच समझ कर लागू की जाती है बशर्ते उनका क्रियान्वयन ठीक ढंग से हो।

वाराणसी (नगर) : कोतवाली नगर, आदमपुर, रामनगर, भेलूपुर, लंका, माडुवाडीह, चेतगंज, जैतपुरा, सिगरा, छावनी, शिवपुर, सारनाथ, लालपुर-पांडेयपुर, दशाश्वमेध, चौक, लक्सा, पर्यटन व महिला थाना।

वाराणसी (ग्रामीण) : रोहनिया, जंसा, लोहता, बड़ागांव, मिर्जामुराद, कापसेठी, चौबेपुर, चोलापुर, फूलपुर व सिंधौरा।

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