वाराणसी के कमिश्नर ने काल भैरव व जंगमबाड़ी वार्ड में स्मार्ट सिटी के कार्यों को देखा तो हुए नाराज

स्मार्ट सिटी योजना के तहत प्रस्तावित विकास कार्यों के लिए चयनित वार्ड की जनता अब तक चिल्ला रही थी। काम में गड़बड़ी को लेकर पार्षद समेत स्मार्ट सिटी के अधिकारियों से गुहार लगा रही थी लेकिन रविवार को खुद कमिश्नर व नगर आयुक्त अराजकता भरे कार्यों से रूबरू हुए

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sun, 06 Jun 2021 11:10 PM (IST) Updated:Sun, 06 Jun 2021 11:10 PM (IST)
वाराणसी के कमिश्नर ने काल भैरव व जंगमबाड़ी वार्ड में स्मार्ट सिटी के कार्यों को देखा तो हुए नाराज
कई गली में सीवर का गंदा पानी भरा है तो कहीं, मलबा उसी प्रकार छोड़ दिया है।

वाराणसी, जेएनएन। स्मार्ट सिटी योजना के तहत प्रस्तावित विकास कार्यों के लिए चयनित वार्ड की जनता अब तक चिल्ला रही थी। काम में गड़बड़ी को लेकर पार्षद समेत स्मार्ट सिटी के अधिकारियों से गुहार लगा रही थी लेकिन रविवार को खुद कमिश्नर दीपक अग्रवाल व नगर आयुक्त गौरांग राठी अराजकता भरे कार्यों से रूबरू हुए। उन्होंने ठेकेदार को चेतावनी दी। कहा कि एक सप्ताह के अंदर निर्माण कार्य दुरुस्त कर लिया जाए वरना प्रदेश में कही भी काम नहीं मिलेगा।

ठेकेदार की संस्था को ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा। स्मार्ट सिटी के तहत गंगा किनारे के कई वार्डों में विकास कार्य हो रहा है। नए सिरे से पेयजल, सीवर, बिजली समेत अन्य मूलभूत सुविधाओं से जुड़े कार्यों को कराया जा रहा है। दो दिन पहले मंत्री डा. नीलकंठ तिवारी ने भी काल भैरव वार्ड का निरीक्षण किया था। कार्य से असंतोष जताया था जिसके बाद कमिश्नर व नगर आयुक्त मौके पर पहुंचे। काल भैरव के पार्षद व सचेतक कुंवर कांत सिंह को बुलाया। पार्षद ने कमिश्नर से अनुरोध किया कि वे सीधे जनता से ही कार्य की हकीकत को जान लें। इसके बाद गायघाट, लाला संघ गली, नारा वाली गली आदि के नाराज रहनवारों ने एक-एक कर उंगलियों पर खामियों को गिना दिया। कहा कि विकास कार्य ने जीना मुहाल कर दिया है।

छह माह से गलियों को खोद कर छोड़ दिया है तो कहीं अधूरा कार्य पड़ा है। इससे घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। पार्षद कुंवर कांत ने कहा कि रोज जनता शिकायत करती है लेकिन न तो स्मार्ट सिटी और न ही ठेकेदार उनकी तकलीफों को सुनते हैं। विरोध करने वालों पर एफआइआर कराया जाता है। ऐसा पूर्व में हुआ भी है। इससे बचने के लिए मेरी ओर से एक पंफलेट बनवाकर पूरे वार्ड में चस्पा करना पड़ा जिस पर अफसरों के नंबरों के अलावा विकास कार्य के मानक लिखे थे। कार्य मानक के अनुरूप नहीं होने पर संबंधित अफसरों से शिकायत करने के लिए जनता से अपील की गई थी। पार्षद ने बताया कि कई गली में सीवर का गंदा पानी भरा है तो कहीं, मलबा उसी प्रकार छोड़ दिया है जो सीवर लाइन में भर रहा है।

...जब बिफर पड़ीं रीता चक्रवर्ती

अंत में कमिश्नर व नगर आयुक्त जंगमबाड़ी वार्ड में पहुंचे ताे वहां के पार्षद गोपाल यादव ने भी द्वय अफसरों से जनता को मुखातिब करा दिया। इसके बाद तो शिकायतों की छड़ी लग गई। तभी कानू बाबू गली की रहनवार रीता चक्रवर्ती को कमिश्नर के मुआयना पर पहुंचे होने की जानकारी हुई। वह चिल्लाते हुए घर से निकलीं और मौके पर पहुंच गईं। उनके चेहर पर जो भाव थे वह साफ बता रहे थे कि गुस्सा अब आक्रोश में बदल चुका है। कमिश्नर ने जनता के दर्द को महसूस किया। ठेकेदार विद्युत जैन समेत अन्य को दो टूक कहा कि भाई, एक सप्ताह में अधूरे कार्य पूरे नहीं कर सकते तो बोरिया-बिस्तर बांधकर घर लौट जाओ वरना ऐसा ब्लेक लिस्ट करुंगा कि प्रदेश के किसी भी काेने में काम मिलना संभव नहीं होगा।

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