वाराणसी कैंट स्टेशन के पार्सल कार्यालय पर वाणिज्यकर का छापा, 25 लाख रुपये का माल बरामद
वाणिज्य कर विभाग ने अभियान चलाकर दलालों के विरोध के बीच वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन परिसर से छापेमारी कर 225 नग माल को पकड़ा है। जिसकी कीमत करीब 25 लाख रुपये बताई जा रही है। सभी माल दिल्ली से बिना बिल-बाउचर के मंगाया गया था।
वाराणसी, जेएनएन। वाणिज्य कर विभाग ने अभियान चलाकर दलालों के विरोध के बीच कैंट रेलवे स्टेशन परिसर से छापेमारी कर 225 नग माल को पकड़ा है। जिसकी कीमत करीब 25 लाख रुपये बताई जा रही है। सभी माल दिल्ली से बिना बिल-बाउचर के मंगाया गया था।
विभाग के अफसरों ने जब्त किए गए माल को पिकअप पर लादकर कार्यालय ले आए। वाणिज्य कर विभाग को काफी दिनों से सूचना मिल रही थी कि कैंट रेलवे स्टेशन के बाहर दलालों की मिलीभगत से कर चोरी का खेल चल रहा है। दिल्ली, कोलकाता से बड़े पैमाने पर बिना बिल-बाउचर के माल को मंगाकर गंतव्य स्थान तक पहुंचाया जा रहा। सूचना पर कार्रवाई करने के लिए सचल दल की चार टीम बनाई गई। टीम का कमान वाणिज्यकर विभाग के एडिशनल कमिश्नर एसआइबी एमके शुक्ला के हाथ में थी। टीम शुक्रवार की सुबह नौ बजे कैंट स्टेशन के बाहर आ धमकी और चारों तरफ घेराबंदी करके दलालों के चंगुल से करीब 225 नग माल को पकड़ा। दलालों ने काफी विरोध भी किया लेकिन रेलवे विजिलेंस के इंस्पेक्टर धनंजय सिंह के सहयोग से विभाग के अफसरों ने बल का प्रयोग करते हुए दलालों को दूर भगा दिया। इसके बाद भी कई दलाल माल को लेने की कोशिश में लगे रहे। एडिशनल कमिश्नर एसआइबी एमके शुक्ला ने बताया कि पकड़े गए माल में रेडीमेड गारमेंट, हार्डवेयर, ज्वेलरी शामिल है जिसकी कीमत करीब 25 लाख रुपये आंकी गई है। एमके शुक्ला के मुताबिक सभी माल बिना बिल बाउचर के मंगाया गया था। इसके अलावा मौके 80 नग मखाना व 40 नग सुपाड़ी भी मिला लेकिन उसके ई-वे बिल दिखाने पर उसे छोड़ दिया गया। दिल्ली से बिना बिल बाउचर के माल मंगाया था उसका कोई ई-वे बिल नहीं था। पकड़े गए सभी माल को पिकअप पर लादकर कार्यालय ले आया गया है। टीम में ज्वाइंट कमिश्नर अनिल कुमार, दीनानाथ, सचल दल के सत्यप्रकाश, वीके सरोज समेत कई अधिकारी शामिल थे।
इनसेट
कर्मचारी की शह पर छुपा माल भी बरामद
स्टेशन के पार्सल घर पर वाणिज्य कर विभाग के अधिकारी एक तरफ जब छापेमारी में व्यस्त थे उसी दौरान पार्सल के एक कर्मचारी के शह पर फारेन शेड में कई नग माल छुपा दिया गया सूत्रों के मुताबिक जब इसकी सूचना वाणिज्य कर अधिकारियों को दी गई तो उस माल को बरामद कर वहां कार्य कर रहे कर्मचारियों को फटकार लगाई गई।