वाराणसी में वाणिज्य उत्सव : सात सौ से अधिक किसानों, ट्रेडरों और निर्यातकों ने की सहभागिता

वाराणसी रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर सिगरा में वाराणसी जौनपुर गाजीपुर मीरजापुर चंदौली भदोही के सात सौ से अधिक किसान शामिल रहे। सभी किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र के माध्यम से आमंत्रित किया गया था। वाणिज्य उत्सव में किसानों एवं निर्यातकों के क्षमता संवर्धन के लिए प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 09:13 PM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 09:13 PM (IST)
वाराणसी में वाणिज्य उत्सव : सात सौ से अधिक किसानों, ट्रेडरों और निर्यातकों ने की सहभागिता
रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर सिगरा में वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, मीरजापुर, चंदौली, भदोही के सात सौ से अधिक किसान शामिल रहे।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर सिगरा में वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, मीरजापुर, चंदौली, भदोही के सात सौ से अधिक किसान शामिल रहे। सभी किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र के माध्यम से आमंत्रित किया गया था। साथ ही उत्तर प्रदेश के अन्य जनपदों सहित उत्तराखंड व बिहार के 20 कृषि विज्ञान केंद्रों से 2000 से अधिक किसानों ने वर्चुअल सहभागिता की।

वाणिज्य उत्सव के प्रथम सत्र में किसानों एवं निर्यातकों के क्षमता संवर्धन के लिए प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। विशेषज्ञों ने प्रेजेंटेशन से कृषि की गुणवत्ता, प्रबंधन, ट्रेडिंग व निर्यात और इस क्षेत्र में मिलने वाले अवसरों से किसानों, ट्रेडरों व निर्यातकों को अवगत कराया। एपीडा के एजीएम सीबी सिंह ने एपीडा की कार्य योजनाओं की जानकारी दी।

एपीडा के डायरेक्टर डा. तरुण बजाज ने कहा कि यह हमारे जीवन का गौरवमयी क्षण है कि हम स्वतंत्रता के 75वें वर्ष को आजादी का अमृत महोत्सव के रूप में मना रहे है। इरी सार्क के डायरेक्टर सुधांशु सिंह ने कहा कि कृषि को वाणिज्य से जोड़ना एक सुखद बदलाव है, जो देश के किसानों को आर्थिक मजबूती प्रदान करेगा। जो कृषि के उत्थान के लिए बेहद जरूरी है। लालबहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट वाराणसी की डायरेक्टर आर्यमा सान्याल ने कहा कि अंतराष्ट्रीय उड़ाने शुरू हो चुकी हैं और आगामी अक्टूबर माह से शिपमेंट उडान भी शुरू हो जाएगी, जिससे वाराणसी सहित आसपास के जनपदों के किसान अपने उत्पाद निर्यात कर सकेंगे। अतर सिंह (निदेशक, अटारी कानपुर) ने कहा कि कृषि उत्पाद, कृषि निर्यात के लिए एक नया क्षेत्र है। इससे कृषक अपनी आय दुगुनी करने में समर्थ होंगे।

कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के ई-कामर्स एवं मार्केटिंग, निर्यात, जीएसटी, इश्योरेंश पालिसी और उसके लाभ, यूपी इंडस्ट्रीयल पालिसी आदि की जानकारी प्रेजेंटेशन के द्वारा विशेषज्ञों ने दी। गवर्मेंट ई-मार्केट प्लेस (जेम), सोसियो इक्नामिक जोन (सेज), डायक्ट्रेट जनरल आफ फारेन ट्रेड (डीजीएफटी), डीआइसी (उप्र सरकार) के प्रतिनिधियों ने भागीदारी की।

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