वाराणसी में बीस हजार रुपये के लिए सहकर्मियों ने ही मार डाला, मारने से पहले दी नींद की गोलियां

सिगरा थानांतर्गत माधोपुर में किराएदार की हत्या का चंद घंटों में ही पर्दाफाश हो गया। कॉल डिटेल रिकॉर्ड के अधार पर गुत्थी सुलझाते हुए पुलिस टीम ने बीती रात मृतक रवि मौर्या के दो सहकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों हत्यारोपियों को जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 12:57 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 01:07 PM (IST)
वाराणसी में बीस हजार रुपये के लिए सहकर्मियों ने ही मार डाला, मारने से पहले दी नींद की गोलियां
सिगरा थानांतर्गत माधोपुर में किराएदार की हत्या का चंद घंटों में ही पर्दाफाश हो गया।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। सिगरा थानांतर्गत माधोपुर में हुई किराएदार की हत्या का चंद घंटों में ही पर्दाफाश हो गया। कॉल डिटेल रिकॉर्ड के अधार पर गुत्थी सुलझाते हुए पुलिस टीम ने बीती रात मृतक रवि मौर्या के दो सहकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों हत्यारोपियों को जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार दोनों हत्यारोपी मलदहिया स्थित सीवी मार्ट शोरूम में जौनपुर केराकत निवासी रवि मौर्या के साथ काम करते थे। दोनों का रवि के माधोपुर स्थित कमरे पर आना जाना लगा रहता था। पुलिस को पूछताछ में बताया कि 20 हजार रूपए को लेकर रवि से विवाद चल रहा था। हालांकि, पुलिस हत्यारोपियों के बयान से पूरी तरह संतुष्ट नहीं हैं। दोनों से गुनाह कुबूल करने के बाद भी कई अहम बिंदुओं को लेकर पुलिस की पूछताछ जारी है।

धोखे से दी नींद की गोली, फिर घोंटा गला : हत्यारोपियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि रवि की हत्या 26 जुलाई को हुई थी। घटना के दो दिन पहले भी आपस में कुछ झड़प हुई थी। फिर 26 जुलाई को आरोपी योजनाबद्ध तरीके से रवि के कमरे पर पहुंचे। पहले धोखे से उसे नींद की गोली दी। फिर गैस सिलेंडर के पाइप से गला कस दिया। बचने की कोई गुंजाइश न रहे, इसके लिए दोनों ने रवि का पैर भी बांध दिया था। घटना के बाद बाहर से ताला चढ़ाकर दोनों मौके से भाग निकले। रवि के मोबाइल फोन के रिकॉर्ड के अधार पर चंद घंटों में ही घटना का राजफाश हो गया। एसीपी चेतगंज नितेश प्रताप ने बताया कि दोनों को जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है। प्रेसवार्ता में अभियुक्तों को पेश किया जाएगा।

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