भदोही में 'कोको' और 'शेरू' ने नाग को नहीं दिया प्रवेश, वफादारी का निभाया सर्वोच्‍च फर्ज

औराई कोतवाली क्षेत्र के जयरामपुर में सांप के हमले से अपने मालिक को बचाने के लिए पालतू कुत्ते ने अपनी जान गवां दी लेकिन मालिक तक नहीं पहुंचने दी। रविवार की रात मुख्य गेट पर चौकीदार के साथ पालतू कुत्ता शेरू और कोको भी मुस्तैद थे।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Mon, 09 Aug 2021 12:00 PM (IST) Updated:Mon, 09 Aug 2021 03:16 PM (IST)
भदोही में 'कोको' और 'शेरू' ने नाग को नहीं दिया प्रवेश, वफादारी का निभाया सर्वोच्‍च फर्ज
मालिक को बचाने में शेरू और कोको ने दी अपनी जान, कुत्ते की वफादारी पर खूब रोया परिवार।

भदोही, जेएनएन। औराई कोतवाली क्षेत्र के जयरामपुर में सांप के हमले से अपने मालिक को बचाने के लिए पालतू कुत्ते ने अपनी जान गवां दी, लेकिन मालिक तक नहीं पहुंचने दी। रविवार की रात मुख्य गेट पर चौकीदार के साथ पालतू जर्मन शेफर्ड प्रजाति के कुत्ते शेरू और कोको भी मुस्तैद थे। इसी बीच मुख्य गेट से जहरीला सांप घर में घुसने लगा तो दोनों ही कुत्‍ते अलर्ट हो गए। इस दौरान शेरू और कोको की नजर उस पर पड़ते ही भौंकना शुरू कर दिया, इसके बाद चौकीदार ने गौर किया तो उसके होश उड़ गए।

दोनों ही भौंकने के साथ सांप को वहां से चले जाने की चेतावनी देने लगे। मगर काल बना सांप जब घर में घुसने की जिद पर अड़ ही गया तो आनन फानन घंटे भर से अधिक समय तक चली लड़ाई के बाद सांप को दो अलग-अलग हिस्सों में कर दिया। हालांकि, जहर के असर से कुछ देर बाद दोनों वफादार कुत्‍तों ने भी दम तोड़ दिया। वफादार कुत्तों की इस कुर्बानी पर परिवार के लोग भी खूब रोए। जिसको भी यह वफादारी की दास्‍तान पता चली सभी कभी काल बने टुकड़ों में बंटे नाग को देख रहे थे तो कभी बेजान पड़े दोनों कुत्‍तों को देखकर भावुक हो रहे थे।

मालिक को बचाने में गंवा दी खुद की जान : औराई क्षेत्र के जयरामपुर निवासी चिकित्सक राजन अपने आवास पर दो पालतू कुत्ता रखे हुए थे। एक का नाम शेरू और दूसरे का नाम कोको रखे थे। रात में चौकीदार गुड्डू मुख्य गेट पर ड्यूटी कर रहा था। उनके साथ ही कुत्ते भी परिसर में इधर-उधर टहल रहे थे। इसी बीच पांच फीट का जहरीला सांप गेट से अंदर प्रवेश करने लगा। वफादार कुत्तों ने पहले तो सांप को रोकना चाहा लेकिन वह कुत्तों से भिड़ गया। चौकीदार गुड्डू उनको दूर रखने का प्रयास करने के साथ ही दोनों को दंश से बचाने का भी प्रयास करता रहा लेकिन दोनों ही कुत्‍तों पर मानो काल पर विजय प्राप्‍त करने की धुन सवार थी। सांप के क्रोध को देखकर चौकीदार की भी हालत खराब हो गई और दहशत के आगे वहां से कदम पीछे हटाना पड़ गया। मगर दोनों कुत्‍तों ने मोर्चा नहीं छोड़ा और आखिरी सांस तक काल बने जहरीले नाग का फन कुचलने में जी जान से लगे रहे। सांप और कुत्‍तों की जंग से हालत बिगड़ते देख चौकीदार ने भी मालिक को मौके पर बुला लिया लेकिन कुत्ते सांप से लगातार भिड़ते रहे। पूरे परिसर में घूम घूम कर घंटे भर से अधिक समय तक जंग के दौरान सांप को परास्‍त करते हुए उसको दो अलग-अलग हिस्सों में कर दिया। जानकारी होने के बाद चिकित्सक को भी सूचना दी गई, जब तक कुत्तों का इलाज करते तब तक वह दोनों परिसर में गिर पड़े। ...और कुछ ही देर बाद दोनों कुत्तों की भी मौत हो गई।

कुत्तों की वफादारी पर खूब रोया परिवार : चौकीदार के चिल्लाने और चीखने के बाद आसपास काम कर रहे ग्रामीण इकट्ठा हो गए। वफादार कुत्तों और पास में पड़े सांप को देख अवाक रह गए। अपने मालिक को बचाने वाले कुत्तों की वफादारी की खबर जब घर पर पहुंची, तो परिवार में उनकी पत्नी और बच्चे शेरू और कोको की कुर्बानी को लेकर खूब रोए। इस परिवार को अपने परिवार की मुखिया की जान बचने पर जितनी खुशी है उतना ही अपने पालतू कुत्ते शेरू और कोको की कुर्बानी पर दुःख भी है। परिवार ने सुबह दोनों की मौत के बाद नम आंखों के साथ उनका अंतिम संस्‍कार कर दिया। 

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