आजमगढ़ जिले में चर्चा में रही सीएमओ की ओपीडी, पहले दिन देखे 20 मरीज

सीएमओ डा. एके मिश्र को ओपीडी में पाकर मरीज-तीमारदार सोमवार को खुश नजर आए। उन्हें लोग एक बेहतरीन फिजिशियन के रूप में लोग सालों से जानते हैं। दरअसल प्रमोशन के यहां बाद सरकार ने इन्हें यहीं की जिम्मेदारी सौंप दी है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 06:20 AM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 06:20 AM (IST)
आजमगढ़ जिले में चर्चा में रही सीएमओ की ओपीडी, पहले दिन देखे 20 मरीज
सीएमओ ने पहले दिन 20 मरीजों को इत्मीनान से देखा और दवाएं लिखीं।

आजमगढ, जेएनएन। इंतजार खत्म। सीएमओ डा. एके मिश्र को अाेपीडी में पाकर मरीज-तीमारदार सोमवार को खुश नजर आए। उन्हें लोग एक बेहतरीन फिजिशियन के रूप में लोग सालों से जानते हैं। दरअसल, प्रमोशन के यहां बाद सरकार ने इन्हें यहीं की जिम्मेदारी सौंप दी है। ऐसे में इनसे इलाज कराने में मरीजों को मुश्किल उठानी पड़ती है। सीएमओ ने पहले दिन 20 मरीजों को इत्मीनान से देखा और दवाएं लिखीं।

सीएमओ ओपीडी के निर्धारित समय सुबह के 10 बजे मंडलीय अस्पताल पहुंचे थे। उनके लिए कमरा नंबर 16 निर्धारित किया गया था। उनके ओपीडी करने की जानकारी पहले से लोगों को पता होने के कारण भीड़ लग गई। चूंकि दो घंटे का समय मुकर्रर था, इसलिए 20 मरीजों को देखने तक घड़ी की सुइयों ने दोपहर के 12 बजा दिए। ड्यूटी का वक्त खत्म होते ही पहले से निर्धारित दूसरी मीटिंग इत्यादि में पहुंचने की जल्दी में कई मरीज निराश भी हुए। सीएमओ से ओपीडी कराने की चर्चा आम जनमानस में सुर्खियां बनी रहीं। लोगों का कहना था कि डाक्टर को उनके पेशे मुताबिक काम करने के लिए ऐसी व्यवस्था करनी ही चाहिए। सीएमओ के ओपीडी में बैठने का लाभ आम जनता को जरूर मिलेगा। सीएमओ ने कहाकि मैं तो चाहता हूं कि सरकार दो घंटे का समय हमेशा के लिए निर्धारित कर दे। इससे हमारे अंदर की मेधा हमेशा जीवित रहेगी।

डिप्टी सीएमओ नहीं पहुंचे

डिप्टी सीएमओ डा. संजय कुमार को भी ओपीडी करनी थी। उन्हें लोग ढूंढ़ते रहे लेकिन नहीं मिले। सरकार ने डिप्टी सीएमओ को भी नियमित दो घंटे ओपीड करने की जिम्मेदारी सौंपी है। हालांकि उनके ऊपर विभाग ने दूसरी कई जिम्मेदारियां सौंप रखी हैं। चूंकि यह आदेश सीधा मुख्यमंत्री का है, इसलिए लोगों की नजरें उन्हें तलाशती जरूर नजर आईं।

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