शराब की दुकान से मिले सुराग व सीसीटीवी कैमरे की फुटेज ने खोले वाराणसी के मिर्जामुराद हत्याकांड के राज,

शराब की दुकान से मिले सुराग व सीसीटीवी कैमरे की फुटेज ने मिर्जामुराद के बिहड़ा गांव में रविवार की रात अंधाधुंध गोली चलाकर किशोर की हत्या व डाक कर्मी समेत दो लोगों को घायल करने के मामले का राजफाश किया है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Fri, 02 Apr 2021 08:50 AM (IST) Updated:Fri, 02 Apr 2021 08:50 AM (IST)
शराब की दुकान से मिले सुराग व सीसीटीवी कैमरे की फुटेज ने खोले वाराणसी के मिर्जामुराद हत्याकांड के राज,
शराब की दुकान से मिले सुराग व सीसीटीवी फुटेज ने मिर्जामुराद के बिहड़ा गांव की घटना के खुले राज।

वाराणसी, जेएनएन। शराब की दुकान से मिले सुराग व सीसीटीवी कैमरे की फुटेज ने मिर्जामुराद के बिहड़ा गांव में रविवार की रात अंधाधुंध गोली चलाकर किशोर की हत्या व डाक कर्मी समेत दो लोगों को घायल करने के मामले का राजफाश किया है। इस मामले में पुलिस व क्राइम ब्रांच ने बुधवार की रात तीन अंतरजनपदीय बदमाशों को बिहड़ा स्थित एक ढाबे के पास से गिरफ्तार कर उनके कब्जे से .32 बोर की दो पिस्टल, एक कारतूस, दो मोबाइल फोन व अपाचे बाइक बरामद की। गोलीकांड को शराब के नशे में आरोपितों ने बोलेरो वाहन आगे पीछे करने के मामूली विवाद में अंजाम दिया था। पुलिस को अब भी इस प्रकरण में एक और वांछित की तलाश है। एसपी ग्रामीण अमित वर्मा ने घटना का राजफाश करने वाली पुलिस टीम को पांच हजार रुपये पुरस्कार देने की घोषणा की है।

ऐसे मिली कामयाबी

वारदात में शामिल बदमाशों का सुराग लगाकर उन्हें गिरफ्तार करना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती थी। इससे निपटने के लिए स्थानीय पुलिस के अलावा क्राइम ब्रांच को आपरेशन के लिए लगाया गया। किशोर विनय की शवयात्रा में सादे वेश में सिपाहियों को लगाया गया। अंतिम संस्कार में बरैनी घाट पर ग्रामीणों की भारी भीड़ में बदमाशोंं के बारे में दबी जुबान चर्चा होने लगी थी। जिससे यह साफ हो गया था कि बदमाश गैर जनपद के हैं। चर्चा मिर्जामुराद थाने के सिपाही तक पहुंची। तब पुलिस ने मुखबिर की मदद लेने के साथ बदमाशों के नंबर को ट्रेस किया लेकिन उनके हुलिया के बारे में पता नहीं चल रहा था। इसके लिए शराब व बियर की दुकानों पर सेल्समैनों से पूछताछ की गई तो उनके हुलिए के बारे में पता चला और सर्विलांस व एक ढाबे पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की मदद से बदमाशों को पकडऩे में पुलिस को कामयाबी हासिल हुई। अजय व सूरज की बातचीत का आडियो भी पुलिस ने हासिल कर लिया था। फुटेज से ही अनिल व भैयालाल ने बदमाशों की पहचान भी की थी।

शातिर अजय को राकेश देता देता था संरक्षण, कर रहा था चुनाव की तैयारी

वाराणसी के मिर्जामुराद में होलिका दहन के दिन हुए हत्याकांड में जिले के दो आरोपितों का नाम आने से पुलिस उनकी हिस्ट्रीशीट खंगालने में जुट गई है। पुरुषोत्तमपुर गांव निवासी राकेश यादव ऊर्फ डब्बू शातिर अपराधी अजय यादव को संरक्षण देता था। इसी के घर पिस्टल भी रखी गई थी। इटवां निवासी सूरज दुबे इसी गैंग का सक्रिय सदस्य है। राकेश और उसके बीच हुई बातचीत का आडियो भी पुलिस के हाथ लगा है। एसपी रामबदन ङ्क्षसह ने बताया कि राकेश के खिलाफ औराई कोतवाली में वर्ष 2012 में गोवंश की तस्करी के आरोप में मुकदमा दर्ज है। वह इन दिनों मुंबई चला गया था। कुछ दिन पहले प्रधान पद पर चुनाव की तैयारी कर रहा था लेकिन सीट सुरक्षित हो गई। घटना के दिन राकेश और सूरज दोनों लोग अजय यादव के साथ थे। हत्या में प्रयुक्त पिस्टल भी राकेश के घर पर ही रखी गई थी। सूरज के खिलाफ कोई केस औराई कोतवाली में दर्ज नहीं है, पर वह बदमाशों के साथ रहता है। गिरफ्तारी की जानकारी होते ही क्षेत्र में तरह-तरह के कयास लगाए जाने लगे। क्ष्लोगों का कहना है कि दोनों आरोपित चोरी, छिनैा को अंजाम देते रहे लेकिन कभी पुलिस के हाथ नहीं लगे, इसलिए मुकदमा दर्ज नहीं किया जा सका।

मीरजापुर और भदोही में अजय के विरुद्ध कई मुकदमे

चील्ह के पचेवरा गांव निवासी अजय यादव पुत्र श्याम नरायन के वाराणसी के मिर्जामुराद में हत्याकांड में शामिल होने की खबर लगते ही गांव के लोग हैरत में पड़ गए। बताया कि अजय आपराधिक किस्म का युवक है। वह कई सालों से अपराध की दुनिया में सक्रिय है। भदोही निवासी राकेश के साथ वह आपराधिक घटनाओं को अंजाम देता है। अजय दो भाइयों में सबसे बड़ा है। इससे छोटा भाई है, जो पुलिस विभाग में है। इसके पिता श्याम नरायण यादव ट्रक चलाते हैं। चील्ह पुलिस के मुताबिक अजय वर्ष 2006 के दौरान चील्ह में हुई एक लूट में शामिल था। 2007 मेें इसके विरुद्ध गुंडा एक्ट की कार्रवाई की गई थी। भदोही में भी इसके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज होने की बात कही जा रही है। चील्ह निरीक्षक राघवेंद्र ङ्क्षसह कहना है कि 2007 के बाद इसके खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं हुआ।

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