वाराणसी के असि चौराहे पर नागरिकों ने किया रोड जाम, विगत कई माह से सीवर की समस्‍या का नहीं हुआ निदान

विगत कई महीनों से सीवर जाम से जूझ रहे असि क्षेत्र के नागरिकों ने गुरुवार की सुबह चक्का जाम कर दिया। क्षेत्रीय पार्षद और विधायक सहित नगर निगम व जलकल के अधिकारियों से इसकी कई बार शिकायत की गई।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 10:49 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 03:11 PM (IST)
वाराणसी के असि चौराहे पर नागरिकों ने किया रोड जाम, विगत कई माह से सीवर की समस्‍या का नहीं हुआ निदान
सीवर जाम से जूझ रहे असि क्षेत्र के नागरिकों ने गुरुवार की सुबह चक्का जाम कर दिया

वाराणसी, जागरण संवाददाता। विगत कई महीनों से सीवर जाम से जूझ रहे असि क्षेत्र के नागरिकों ने गुरुवार की सुबह चक्का जाम कर दिया। लगभग चार घण्टे तक चला सड़क जाम तब समाप्त किया जब क्षेत्रीय विधायक मौके पर आए और नगर निगम जलकल और गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के अधिकारियों को मौके पर बुलाकर सीवर सफाई का कार्य शुरू कराया।

नागरिकों ने बताया कि विगत दो महीने से वे सीवर जाम की समस्या से जूझ रहे हैं । शिकायत के बावजूद हम लोग की कोई सुनवाई नहीं हुई। हम लोग क्षेत्र में सीवर के पानी से होकर आने जाने को मजबूर हैं। रामयश मिश्र ने कहा कि असि क्षेत्र की समस्या कई महीनों से है। क्षेत्रीय पार्षद और विधायक सहित नगर निगम व जलकल के अधिकारियों से इसकी कई बार शिकायत की गई। सोशल मीडिया पर भी वायरल किया गया अखबारों में भी समस्या आई लेकिन जलकल के और नगर निगम के अधिकारी ने वह समस्या की अनदेखी कर केवल खानापूर्ति करने में लगे हैं। असि क्षेत्र के नागरिक गोपाल सिंह अनिल कुशवाहा मित्तल साहनी विष्णु गुप्ता विशाल गुप्ता श्याम यादव,उमाशंकर गुप्ता, अनिल चौरसिया अंजनी चौरसिया अशोक पटेल लक्ष्मी गुप्ता सूरज गुप्ता जोगी गुप्ता किशन साहू राधे मोहन झा, राधे, रविंद्र चौरसिया सूरज कुमार गौड़ आदि उपस्थित थे।

असि नदी को नवजीवन देने के लिए वीडीए व नगर निगम ने चलाया पुनरूद्धार अभियान कार्रवाई

आखिरकार वह दिन आ गया जिसकी इंतजार नदी प्रेमी कर रहे थे। जिला प्रशासन के आदेश पर वाराणसी विकास प्राधिकरण व नगर निगम ने असि नदी पुनरूद्धार अभियान प्रारंभ कर दिया। इसके तहत बुधवार को चितईपुर के इंद्रानगर कालोनी में नदी के पेटा में बने निर्माणों को ढहाने की कार्रवाई की गई। इस दौरान स्थानीय लोगों में खलबली मच गई। कुछ लोगों ने विरोध करने का मन बनाया लेकिन भारी फोर्स की मौजूदगी में उनकी हिम्मत नहीं हुई। कुछ ऐसे भी लोग सामने आए जो अपना निर्माण खुद ही तोडऩे लगे। विकास प्राधिकरण, जिला प्रशासन व नगर निम की संयुक्त टीम ने 11 भवनों को जेसीबी से ध्वस्त कर दिया। यह सभी भवन नदी के एरिया को कब्जाकर बनाया गया था। विकास प्राधिकरण की टीम का नेतृत्व जोनल अधिकारी व संयुक्त सचिव परमानंद यादव ने किया। प्रवर्तन की संयुक्त टीम के साथ बुलडोजर भी था। जैसे ही चितईपुर के इंदिरानगर में अतिक्रमण ढहाने टीम पहुंची तो लोगों का विरोध शुरू हो गया। बाद में फोर्स ने सख्ती की तो वे पीछे हट गए।

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