सीआइएससीई : बोर्ड के इतिहास में पहली बार बगैर परीक्षा के जारी हुआ 10वीं और 12वीं का परिणाम

काउंसिल फार द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआइएससीई) ने दसवीं (आइसीएसई) व बारहवीं (आइएससी) का रिजल्ट शनिवार को दोपहर तीन बजे जारी कर दिया। बोर्ड के इतिहास में यह पहला मौका है कि बगैर परीक्षा के परिणाम घोषित किया गया है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 06:53 PM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 06:53 PM (IST)
सीआइएससीई : बोर्ड के इतिहास में पहली बार बगैर परीक्षा के जारी हुआ 10वीं और 12वीं का परिणाम
बोर्ड के इतिहास में यह पहला मौका है कि बगैर परीक्षा के परिणाम घोषित किया गया है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। काउंसिल फार द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआइएससीई) ने दसवीं (आइसीएसई) व बारहवीं (आइएससी) का रिजल्ट शनिवार को दोपहर तीन बजे जारी कर दिया। बोर्ड के इतिहास में यह पहला मौका है कि बगैर परीक्षा के परिणाम घोषित किया गया है। कोरोना महामारी के प्रकोप के चलते इस वर्ष हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा निरस्त कर दी गई है। परीक्षार्थियों को पिछली कक्षाओं के आधार पर औसत अंक दिया गया है। औसत अंक के कारण तेरी भी जय-जय, मेरी भी जय-जय के सिद्धांत पर इस बार इस बार जनपद के सभी 12 विद्यालयों का रिजल्ट शतप्रतिशत रहा।

औसत अंक के आधार पर परीक्षार्थियों को प्रमोट करने के कारण इस वर्ष सीआइएससीई ने भी मेरिट सूची नहीं जारी की है। वहीं विद्यालयों ने भी संस्था या जनपद स्तर पर भी छात्रों की कोई मेरिट सूची नहीं जारी की। हालांकि सभी विद्यालयों ने शतप्रतिशत रिजल्ट का दावा किया है। बहरहाल रिजल्ट जारी होने के छात्र खुशी से उछल पड़े। रिजल्ट देखने के बाद छात्रों ने माता-पिता व गुरुजनों का आशीर्वाद लिया। दोस्तों के बीच बधाई देने का सिलसिला देर शाम तक जारी रहा। दूसरी ओर, नतीजे जानने के लिए स्कूल प्रबंधन भी कंप्यूटर पर देर शाम तक जुटा रहा। परिणाम देखने के बाद स्कूल प्रबंधन ने शतप्रतिशत परीक्षार्थियों के पास होने का दावा किया।

विद्यालयों में लटकते रहे ताले, वर्चुअल लिया आशीर्वाद

कोविड गाइड लाइन को देखते हुए विद्यालय प्रबंधन ने इस बार विद्यार्थियों को विद्यालय नहीं बुलाया है। शनिवार व रविवार को बंदी के कारण विद्यालयों में सन्नाटा पसरा रहा। हालांकि भीतर कुछ कर्मचारी कंप्यूटर पर रिजल्ट देखने में व्यस्त रहे। इस बीच कुछ विद्यार्थी विद्यालय भी पहुंच गए थे। विद्यालय प्रबंधन ने उन्हें तत्काल घर भेज दिया। वैसे ज्यादातर विद्यार्थियों ने फोन पर लिया गुरुजनों का वर्चुअल आशीर्वाद लिया। वहीं अध्यापक ने भी बच्चों को फोन कर उन्हेंं बधाई दी।

घर पर ही किया ईष्ट देवता को नमन : परीक्षा अच्छा आने के बाद भी इस बार मंदिरों में भी बच्चों की भीड़ नहीं जुटी। बच्चों घर पर ही अपने ईष्ट देवता को नमन किया।

साइबर कैफे की कमाई पर लगा ब्रेक : स्मार्ट फोन का प्रचलन बढ़ जाने के कारण परीक्षार्थी घर बैठे इंटरनेट रिजल्ट देखने में जुट गए। वह स्क्रीन शॉट लेकर आपस में एक-दूसरे को भेजना शुरू कर दिए।

जारी हुआ रिजल्ट, दूर हुआ संशय : परीक्षा निरस्त होने के कारण रिजल्ट के स्वरूप को लेकर इस बार परीक्षार्थियों के मन में तरह-तरह के सवाल उठ रहे थे। खास तौर पर रिजल्ट के स्वरूप को लेकर मेधावी छात्र चिंतित थे। वहीं रिजल्ट जारी होने के बाद उनके मन की आशांकाएं दूर हो गई। ज्यादातर परीक्षार्थी परिणाम को लेकर संतुष्ट नजर आए।

वाराणसी में 12 कुल विद्यालय

1758 हाई स्कूल में पंजीकृत

1077 इंटरमीडिएट में पंजीकृत

2835 कुल परीक्षार्थी

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