15 जनवरी तक बन जाए चौकाघाट फ्लाइओवर, नितिन रमेश गोकर्ण ने कहा नहीं सुनेंगे इफ-बट

प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग नितिन रमेश गोकर्ण ने बुधवार को बनारस भ्रमण के दौरान विकास कार्यों का निरीक्षण किया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 20 Nov 2019 08:46 PM (IST) Updated:Wed, 20 Nov 2019 08:46 PM (IST)
15 जनवरी तक बन जाए चौकाघाट फ्लाइओवर, नितिन रमेश गोकर्ण ने कहा नहीं सुनेंगे इफ-बट
15 जनवरी तक बन जाए चौकाघाट फ्लाइओवर, नितिन रमेश गोकर्ण ने कहा नहीं सुनेंगे इफ-बट

वाराणसी, जेएनएन। प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग नितिन रमेश गोकर्ण ने बुधवार को बनारस भ्रमण के दौरान विकास कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने सर्वाधिक फोकस चौकाघाट फ्लाइओवर को लेकर था। सेतु निगम के अफसरों से दो टूक शब्दों में निर्देशित करते हुए 15 जनवरी की अंतिम मियाद तय कर दी। कहा कि हर हाल में इस समयावाधि के अंदर कार्य पूर्ण कर लिया जाए। इसके लिए किसी प्रकार का कोई बहाना नहीं चलेगा। किसी प्रकार का इफ-बट नहीं सुना जाएगा।

नितिन रमेश गोकर्ण ने कहा कि चूंकि चौकाघाट फ्लाइओवर निर्माण के कारण पूरा शहर जाम की चपेट में है। इसलिए यह प्राथमिकता में है। 15 जनवरी तक फ्लाइओवर के ऊपर तल पर सड़क बनाने के साथ ही नीचे भी सड़क बन जाए। इसी प्रकार उन्होंने आशापुर आरओबी निर्माण की मियाद अप्रैल 2020 तय की है। प्रमुख सचिव ने नगर निगम, जलकल व जल निगम के अफसरों से अपनी लाइनों को शिफ्ट करने का निर्देश दिया ताकि कार्य में कोई बाधा नहीं पहुंचे। कार्य की प्रगति बेहतर नहीं होने व अफसरों की ओर से कोताही बरतने पर एमडी सेतु निगम विनय कुमार कटियार व परियोजना प्रबंधक संतराम पर नाराजगी जाहिर की।

फुलवरिया फोरलेन की बाधाएं दूर करे जिला प्रशासन

प्रमुख सचिव ने फुलवरिया फोरलेन की बाधाओं दूर करने के लिए प्रभारी जिलाधिकारी के माध्यम से जिला प्रशासन को निर्देशित किया। कहा कि लहरतारा आरओबी बनाने में बिजली के तार बाधा बन रहे हैं। बीच में कुछ मकानों का मुआवजा अभी तक नहीं मिला है तो वन विभाग का भी अड़ंगा है। जिससे फोरलेन का कार्य प्रभावित है। वहीं वरुणा नदी में पुल बनाने के लिए एप्रोच मार्ग को बनाना है। कहा कि फिलहाल, 15 जनवरी तक गिलट बाजार तिराहे से पुरानी चुंगी शिवपुर होते हुए जेपी मेहता तक की फोरलेन सड़क का कार्य पूर्ण कर लिया जाए।

कज्जाकपुरा आरओबी निर्माण बड़ी चुनौती

सर्किट हाउस में वार्ता के दौरान प्रमुख सचिव ने कज्जाकपुरा आरओबी निर्माण को बड़ी चुनौती मानते हैं। कहना है कि यह नगर का सबसे बड़ा आरओबी होगा क्योंकि यह दो रेलवे ट्रैक उत्तर रेलवे व पूर्वोत्तर रेलवे को क्रास करेगा जिससे ऊंचाई अधिक हो रही है। इसलिए खंभा निर्माण के साथ ही आरओबी कार्य को पूरा करने में बेहद सावधानी बरती होगी। कहा कि एक सप्ताह के अंदर मृदा जांच कर निर्माण की गुणवत्ता को लेकर मुकम्मल रिपोर्ट आ जाएगी। इसके बाद कार्य को गति दी जाएगी। निरीक्षण में जीएम सुनील कुमार, परियोजना प्रबंधक संतराम, एई ज्ञानेंद्र वर्मा सहित आदि उपस्थित थे।

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