कोरोना संक्रमण काल में अनाथ हुए बच्चों की लौटेंगी खुशियां, चंदौली जिला प्रशासन जल्द भेजेगा डिटेल

वैश्विक महामारी ने कई घरों की खुशियां छीन लीं। कल तक बच्चों की किलकारी से गुंजायमान रहने वाले कुछ घरों में इस समय सिसकियां सुनाई दे रही हैं। सरकार ने कोरोना काल में अपने माता-पिता को गंवाने वाले बच्चों की मदद की पहल की है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 05:00 PM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 05:00 PM (IST)
कोरोना संक्रमण काल में अनाथ हुए बच्चों की लौटेंगी खुशियां, चंदौली जिला प्रशासन जल्द भेजेगा डिटेल
सरकार ने कोरोना काल में अपने माता-पिता को गंवाने वाले बच्चों की मदद की पहल की है।

चंदौली, जेएनएन। वैश्विक महामारी ने कई घरों की खुशियां छीन लीं। कल तक बच्चों की किलकारी से गुंजायमान रहने वाले कुछ घरों में इस समय सिसकियां सुनाई दे रही हैं। सरकार ने कोरोना काल में अपने माता-पिता को गंवाने वाले बच्चों की मदद की पहल की है। महिला व बाल विकास विभाग ने सभी जिलों से ऐसे बच्चों की सूची मांगी है। इन बच्चों की शिक्षा-दीक्षा और परवरिश में सरकार पूरा सहयोग करेगी।

कोरोना संक्रमण जनजीवन के लिए सबसे बड़ा खतरा साबित हुआ। इसमें बुजुर्गों के साथ ही नौजवानों की मौत हुई। यहां तक कि पति-पत्नी दोनों नहीं रहे। ऐसे में उनके बच्चों की परवरिश करने वाला अब कोई नहीं। महिला व बाल कल्याण विभाग ने 18 साल से कम आयु वाले ऐसे बच्चों को चिन्हित कर उनकी मदद की पहल की है।

विभाग की प्रमुख सचिव वी. हेकाली झिमोमी ने सूबे के सभी जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर कोरोना के चलते अनाथ हुए ऐसे बच्चों की डिटेल 15 मई तक महिला कल्याण व राज्य बाल संरक्षण आयोग को भेजने का निर्देश दिया है। उन्होंने सुझाव दिया है कि इस कार्य में शहरी व ग्रामीण इलाकों में सक्रिय निगरानी समितियों की मदद ली जा सकती है। गांवों व मोहल्लों में काम करने वाली समितियों के सदस्यों के पास ऐसे बच्चों की पूरी डिटेल मिल जाएगी। शासन के फरमान के बाद जिला प्रशासन बच्चों को चिह्नित करने में जुटा है। शासन स्तर से बच्चों की शिक्षा-दीक्षा व परवरिश की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही ऐसे बच्चों को भी संरक्षण मिलेगा, जिनके माता-पिता कोरोना संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती हैं। उनकी देखभाल व परवरिश करने वाला घर में और कोई नहीं।

हेल्पलाइन पर दे सकते हैं सूचना

कोरोना की त्रासदी झेलने वाले बच्चों की सूचना लोग हेल्पलाइन नंबर पर भी फोन कर दे सकते हैं। चाइल्ड लाइन के हेल्पलाइन नंबर 1098 व महिला हेल्पलाइन 181 पर फोनकर कोरोना के चलते माता-पिता दोनों अथवा किसी एक को खोले वाले बच्चों की डिटेल उपलब्ध कराई जा सकती है। इसके अलावा राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के हेल्पलाइन नंबर 011- 23478250 पर भी दी जा सकती है।

शासन के निर्देशानुसार प्रशासन आगे की कार्रवाई करेगा

शासन के निर्देश पर ऐसे बच्चों को चिन्हित किया जा रहा है, जिन्होंने कोरोना की वजह से अपने अभिभावक खो दिए हैं। जल्द ही सूची तैयार कर विभाग को भेजी जाएगी। शासन के निर्देशानुसार प्रशासन आगे की कार्रवाई करेगा।

संजीव सिंह, जिलाधिकारी

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