60 फीसद बच्चों का बैग अब भी खाली, कक्षा चार, आठ व पांच के बच्चों को किताबों का इंतजार

परिषदीय विद्यालयों के सभी बच्चों को अब तक पाठ्यपुस्तकें नहीं मिल सकी है। करीब 60 फीसद बच्चों का बैग खाली है।

By Vandana SinghEdited By: Publish:Tue, 23 Apr 2019 05:53 PM (IST) Updated:Wed, 24 Apr 2019 08:01 AM (IST)
60 फीसद बच्चों का बैग अब भी खाली, कक्षा चार, आठ व पांच के बच्चों को किताबों का इंतजार
60 फीसद बच्चों का बैग अब भी खाली, कक्षा चार, आठ व पांच के बच्चों को किताबों का इंतजार

वाराणसी, जेएनएन। परिषदीय विद्यालयों के सभी बच्चों को अब तक पाठ्यपुस्तकें नहीं मिल सकी है। करीब 60 फीसद बच्चों का बैग खाली है। कक्षा चार, आठ व पांच की किताबों का अभाव बना हुआ है। ऐसे में बगैर किताबों के बच्चे पढऩे के लिए बाध्य हो रहे हैं। वहीं कई विद्यालयों में नए सत्र में पुरानी किताबों से पढ़ाई हो रही है।

बेसिक शिक्षा विभाग के तमाम दावे के बावजूद अब तक कक्षा एक, दो व तीन की किताबें आ सकी है। जूनियर कक्षाओं में छह व सात की भी कई विषयों की किताबें आ गई हैं। वहीं कक्षा पांच में सिर्फ हिंदी रेनवो किताबें आई हैं। किताबों के आने का क्रम जारी है। अप्रैल के अंत तक सभी कक्षाओं की किताबें आने का दावा किया जा रहा है। हालांकि सभी पाठ्यपुस्तकें 15 मई तक आने की संभावना है।

जूता-मोजा पहले किताबें बाद में

इस वर्ष नया सत्र शुरू होते ही बच्चों को जूता-मोजा वितरित कर दिया गया। नए सत्र में प्राय: सभी बच्चों को जूता-मोजा मिल चुका है। वहीं किताबों का अब भी इंतजार है।

63 टाइटिल की किताबें

परिषदीय विद्यालयों में कक्षा एक से आठ तक के 63 टाइटिल किताबें पढ़ाई जाती है। शासन ने अधिकृत फर्म को अधिकतम 30 अप्रैल तक किताबों की आपूर्ति करने का निर्देश दिया है। इस क्रम में किताबों की आपूर्ति जारी है।

''शासन के निर्देश पर किताबों के लिए क्रय आदेश मार्च के प्रथम सप्ताह में भी दिया जा चुका था। अधिकृत फर्म ने किताबों की आपूर्ति भी शुरू कर दी है। शासन की गाइड लाइन के अनुसार अप्रैल तक सभी विषयों की किताबें मिलने की संभावना है।

 -जय सिंह, बीएसए।

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