दैनिक जागरण के हेल्दी एंड स्मार्ट बेबी शो में सबको कर गई फिदा, नौनिहालों की नटखट अदा
बच्चे मन के सच्चे.. तो सुना होगा लेकिन अदा-अंदाज में कितने अच्छे इसे रविवार को हर एक ने महसूस किया।
वाराणसी, जेएनएन। बच्चे मन के सच्चे.. तो सुना होगा लेकिन अदा-अंदाज में कितने अच्छे, इसे रविवार को हर एक ने महसूस लिया। दैनिक जागरण की ओर से आइएमए में आयोजित हेल्दी एंड स्मार्ट बेबी शो में नौनिहालों ने कुछ इसी तरह मुग्ध किया तो फिदा होने पर विवश कर दिया। इसमें उन्हें लेकर अभिभावकों की सजगता ने डाक्टरों के मन में संतोष के भाव जगाए तो इसके परिणाम भी बच्चों में नजर आए। दो ग्रुप में आयोजित प्रतियोगिता में यशस्वी व आयुष्मान अव्वल रहे।
सामाजिक सरोकारों से जुड़े अखबार दैनिक जागरण की ओर से बाल स्वास्थ्य की बेहतरी को स्पद्र्धा के स्तर पर ले आने के उद्देश्य से शो का आयोजन किया गया था। इसमें तय समय सुबह के 11 बजे से पहले ही बच्चों को गोद में उठाए या फिर अंगुलियां पकड़ाए माता-पिता आइएमए के लहुराबीर परिसर में चहलकदमी करते नजर आए। एक से एक परिधान में सजे-संवरे लिफ्ट से हाल तक पहुंचते ही सेल्फी प्वाइंट पर बच्चों के साथ खुद को कैमरे में कैद किया। इन्फैंट (एक वर्ष से 2.5 वर्ष तक) व टॉडलर (2.6 वर्ष से पांच वर्ष) के दो समूह में वजन-लंबाई की माप के बाद चिकित्सा विशेषज्ञ दल ने बच्चों का बारी-बारी से स्वास्थ्य परीक्षण किया। बच्चों से बातचीत की और उनकी आदतों व टीका आदि के संबंध में अभिभावकों से सवाल के साथ ही आकलन किया। सवाल जवाब सत्र में बच्चों के स्वास्थ्य बेहतरी को परामर्श दिया। दोनों ग्रुपों में अव्वल आए तीन-तीन बच्चों के साथ ही दस-दस सांत्वना पुरस्कार का भी वितरण किया। गिफ्ट पार्टनर माई नर्चर प्री स्कूल की प्रधानाचार्य निधि कपूर ने बच्चों में उपहार बांटे। संचालन मेघा पाठक ने किया। मारी बाजी इन्फैंट ग्रुप : प्रथम - यशस्वी जायसवाल द्वितीय - अबीर सिंह तृतीय - आद्या अग्रवाल टॉडलर ग्रुप:प्रथम - आयुष्मान जायसवाल द्वितीय - सानिध्या त्रिपाठी तृतीय - अविरल सेठ चिकित्सा विशेषज्ञ दल आइएमए प्रदेश अध्यक्ष डा. अशोक राय, आइएमए बनारस अध्यक्ष डा. आलोक भारद्वाज व वित्त सचिव अरूण त्रिपाठी, आइएपी सचिव डा. सुनील शर्मा।
डाक्टर की सलाह : बच्चों में भोजन की आदत सुधारें -दूध के साथ ही संतुलित भोजन भरपूर दें -खाते समय सेलफोन कतई न दें -पल्ला न झाड़ें, स्क्रीन टाइम घटाएं -सेलफोन पढ़ाई से भटकाव का कारण -तय समय पर टीकाकरण जरूर कराएं : बच्चे को पिलाने से पहले दूध की गुणवत्ता जरूर परखें -बाहर खेलने के अवसर दें, प्रतिरोधी क्षमता और सामाजिकता बढ़ेगी -एकदम अकेला न छोड़ें, पढ़ाई और खेल में बच्चे का साथ दें -विकास आकलन को बोलने-चलने का समय नोट करें