पीएम नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम की तैयारी का जायजा लेने कल वाराणसी आएंगे सीएम योगी आदित्‍यनाथ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 27 नवंबर को आएंगे। देवदीपावली (30 नवंबर) पर पीएम के आगमन को लेकर अब तक हुई तैयारियों का जायजा लेंगे। इसके साथ ही अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे। मुख्यमंत्री गोरखुपर से खजुरी हेलीपैड पर उतरेंगे।

By saurabh chakravartiEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 08:10 AM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 05:41 PM (IST)
पीएम नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम की तैयारी का जायजा लेने कल वाराणसी आएंगे सीएम योगी आदित्‍यनाथ
मुख्यमंत्री 27 नवंबर को आएंगे। देवदीपावली पर पीएम के आगमन को लेकर अब तक हुई तैयारियों का जायजा लेंगे।

वाराणसी, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 27 नवंबर को आएंगे। देवदीपावली (30 नवंबर) पर पीएम के आगमन को लेकर अब तक हुई तैयारियों का जायजा लेंगे। इसके साथ ही अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे। इससे संबंधित प्रोटोकल भी आ गया। मुख्यमंत्री गोरखुपर से खजुरी हेलीपैड पर उतरेंगे। इसके बाद वहां की तैयारियों का जायजा लेने के बाद डोमरी, गंगा घाट समेत अन्य कार्यक्रम स्थलों का मौका मुआयना करेंगे। इसके बाद शाम को सर्किंट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। इसके बाद रात नौ बजे के करीब लखनऊ के लिए प्रस्थान करेंगे। पीएम के आगमन को लेकर भले ही अभी प्रोटोकाल नहीं आया है लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि पीएम का कार्यक्रम लगभग तय है। एसपीजी कल लखनऊ पहुंच रही है। दूसरी तरफ जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री का कार्यक्रम 26 नवंबर तक फाइनल होने की उम्मीद है। अधिकारियों का यह भी कहना है कि प्रधानमंत्री का संभावित कार्यक्रम खजुरी, सारनाथ का लाइट एंड साउंड, देवदीपावली व विश्वनाथ धाम में से कोई एक कार्यक्रम में कटौती हो सकती है। हालांकि सब कुछ प्रोटोकाल पर निर्धारित होगा।

गंगा घाटों नजर रखेंगे मजिस्ट्रेट, चप्पे- चप्पे पर तैनात होगी फोर्स

देवदीपावली पर पुलिस फोर्स के साथ 12 मजिस्ट्रेट की भी तैनाती की गई है। शीतला घाट, दशाश्वमेध घाट, राजेंद्र प्रसाद, अस्सी, राजघाट, केदार घाट, पंचगंगा घाट के अलावा गोदौलिया, मैदागिन, रामापुरा, सोनारपुरा व् अस्सी चौराहा पर शान्ति व्यवस्था की जिम्मेदारी मजिस्ट्रेटों को दी गई  है। देव दीपावली के साथ ही प्रधानमंत्री व वीवीआईपी कार्यक्रमो के लिए अलग से मजिस्ट्रेट की तैनाती की जा रही है। इसके अलावा घाट की अन्य व्यवस्था के लिए 22 अफसरों को लगाया गया है। इसके अलावा स्टेज व सेफ हाउस आदि बनाने की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग को सौंपी गई है।

सांस्कृतिक कार्यक्रम की कमान क्षेत्रीय सांस्कृतिक अधिकारी संभालेंगे। राजघाट पर मुख्य कार्यक्रम को देखते हुए बजड़े तथा नाव तक जाने वाले रास्तों को पृथक बैरिकेडिंग कर अलग मार्ग बनेगा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व नगर आयुक्त को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। जान माल की क्षति रोकने का दायित्व एनडीआरएफ के जिम्मे होगा। इसी क्रम में साफ-सफाई, पेयजल आदि व्यवस्था की भी कमान संबंधित अफसरों को सौंपी गई है।

chat bot
आपका साथी