मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने स्वर्वेद महामंदिर का किया निरीक्षण, बरेका में अफसरों संग बैठक

स्‍वर्वेद महामंदिर के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ हेलीकाप्टर से बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) पहुंचे। दो दिनी बनारस प्रवास में प्रधानमंत्री यहां ही रात्रि विश्राम करेंगे। मुख्यमंत्री ने यहां सभागार में पुलिस-प्रशासन भाजपा पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों संग बैठक की।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 02:02 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 02:02 PM (IST)
मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने स्वर्वेद महामंदिर का किया निरीक्षण, बरेका में अफसरों संग बैठक
पीएम के आगमन की तैयारियां परखने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बनारस पहुंचे।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम लोकार्पण समेत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 13-14 दिसंबर को बनारस दौरे में होने वाले आयोजनों के दृष्टिगत की जा रही तैयारियां परखने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बनारस पहुंचे। सुबह 11.30 बजे उनका हेलीकाप्टर चौबेपुर के उमरहा में सद्गुरु सदाफल देव विहंगम योग संस्थान द्वारा बनवाए जा रहे स्वर्वेद महामंदिर परिसर में उतरा। उन्होंने महर्षि की कृति स्वर्वेद को समर्पित महामंदिर के भूतल व प्रथम तल का निरीक्षण किया।

वाराणसी-गाजीपुर रोड पर 78,800 वर्ग फीट में विस्तारित परिसर में 180 फीट ऊंचे और 268 पिलरों पर खड़े महामंदिर के सात मंजिला भवन में परिक्रमा पथ के साथ ही प्रथम तल की दीवारों पर उकेरे गए स्वर्वेद के दोहे के बारे जानकारी ली। पीएम आयोजन स्थल देखा और अफसरों से तैयारियों के बारे में जाना समझा। यहां विहंगम योग संस्थान के 13 से 15 तक चलने वाले वार्षिकोत्सव में दूसरे दिन 14 पीएम का आगमन संभावित है। आश्रम महंत स्वतंत्रदेव महाराज व संत विज्ञान देव ने आयोजन की बिंदुवार जानकारी दी।

इसके बाद मुख्यमंत्री हेलीकाप्टर से बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) पहुंचे। दो दिनी बनारस प्रवास में प्रधानमंत्री यहां ही रात्रि विश्राम करेंगे। मुख्यमंत्री ने यहां सभागार में पुलिस-प्रशासन, भाजपा पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों संग बैठक की। इसमें श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर लोकार्पण समारोह संबंधित तैयारियों की जानकारी ली। लगभग हर बिंदु पर सवाल किए और जरूरी निर्देश भी दिए। योगी कुछ ही देर में चंदौली के लिए रवाना होंगे। वहां अघोराचार्य बाबा कीनाराम जन्म स्थली रामगढ़ में अघोरपीठ आश्रम की ओर से प्रस्तावित पर्यटन विकास परियोजना का शिलान्यास करेंगे। वर्ष 2019 में अघोराचार्य बाबा कीनाराम के जन्मोत्सव के दौरान इसके लिए सीएम ने घोषणा की थी। मठ परिसर का 225 करोड़ रुपये की लागत से पर्यटन विकास किया जाना है। इसमें 22 करोड़ रुपये जारी होने के साथ पहली किश्त जारी भी कर दी गई है।

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