बनारस की सभी पीएचसी पर लगा 'मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला’, स्वास्थ्य लाभ लेने पहुंच रहे लोग

प्रत्येक स्वास्थ्य मेले में कोविड हेल्प डेस्क अनिवार्य रूप से स्थापित किया गया है। मेला परिसर में प्रवेश करने से पहले सभी की स्क्रीनिंग की जाएगी। इसके पश्चात मास्क एवं सेनिटाइजर की अनिवार्य रूप से उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 11:39 AM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 11:39 AM (IST)
बनारस की सभी पीएचसी पर लगा 'मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला’, स्वास्थ्य लाभ लेने पहुंच रहे लोग
प्रत्येक स्वास्थ्य मेले में कोविड हेल्प डेस्क अनिवार्य रूप से स्थापित किया गया है।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। कोविड-19 पर नियंत्रण पाने के साथ ही शासन ने एक बार फिर से ‘मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले’ के आयोजन का निर्णय लिया है। इस क्रम में जनपद में रविवार, 19 सितंबर से प्रत्येक रविवार को सभी नगरीय एवं ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर ‘मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला’ का आगाज किया गया। ज्ञात हो कि इस संदर्भ में अपर मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश अमित मोहन प्रसाद ने सभी आला अधिकारियों को पत्र जारी कर निर्देशित किया था।  

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीबी सिंह ने बताया कि शासन से मिले निर्देशानुसार आरोग्य मेले में कोविड-19 रोकथाम एवं नियंत्रण प्रोटोकॉल का अनुपालन निश्चित रूप से कराया जा रहा है। प्रत्येक स्वास्थ्य मेले में कोविड हेल्प डेस्क अनिवार्य रूप से स्थापित किया गया है। मेला परिसर में प्रवेश करने से पहले सभी की स्क्रीनिंग की जाएगी। इसके पश्चात मास्क एवं सेनिटाइजर की अनिवार्य रूप से उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।  

डॉ वीबी सिंह ने बताया कि एक ही छत के नीचे स्वास्थ्य से जुड़ी प्रत्येक सुविधा, जांच आदि के उद्देश्य से समस्त पीएचसी पर हर रविवार को आरोग्य स्वास्थ्य मेला आयोजित किये जाने के निर्देश दिये गए हैं । उन्होने जनमानस से अपील की है कि अपने क्षेत्र में आयोजित मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले में प्रदत्त स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठाएँ। मेला परिसर में शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए दो गज की दूरी व मास्क का विशेष रूप से ध्यान रखा जाएगा।  

इस संबंध में सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सा प्रभारियों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं | यह मेला जनपद के करीब 50 ग्रामीण एवं नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक आयोजित किया जाएगा। हर रविवार को यह मेला चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से आयोजित किया जाएगा। इसमें चिकित्सा शिक्षा, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग एवं आयुष विभाग की भी सेवाएं दी जाएंगी । मेले में प्रवेश द्वार पर भीड़ को नियंत्रित करने एवं व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए एनसीसी, एनएसएस, नेहरू युवा केंद्र आदि स्वैछिक संगठनों का भी सहयोग लिया जाएगा।    

मेले में मिलेंगी यह सुविधाएं : मेले में आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन कार्ड, गर्भावस्था एवं प्रसव कालीन परामर्श, संस्थागत प्रसव संबंधी जागरूकता, जन्म पंजीकरण परामर्श, नवजात शिशु स्वास्थ्य सुरक्षा परामर्श एवं सेवाएं, बच्चों में डायरिया एवं निमोनिया की रोकथाम, बचाव एवं उपचार की जानकारी, पूर्ण टीकाकरण परामर्श एवं सेवाएं, परिवार नियोजन संबंधी परामर्श एवं सुविधाएं, टीबी, मलेरिया, डेंगू, फाइलेरिया, कुष्ठ रोग से संबन्धित जानकारी, आवश्यक जांच एवं उपचार की निःशुल्क सेवाएँ दी जाएंगी। मेले में कोविड-19 प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन किया जायेगा। जिन जांचों को पीएचसी स्तर पर करना संभव नही है, उन्हें उच्चस्तरीय सरकारी चिकित्सा इकाइयों में रेफर किया जाएगा।

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