छत्तीसगढ़ हमले में शहीद का पार्थिव शरीर पहुंचा चंदौली के ठेकहां गांव, दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर

छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सली हमले में शहीद शहाबगंज थाना के ग्राम ठेकहां निवासी धर्मदेव कुमार (34) का पार्थिव शरीर मंगलवार की सुबह 10 बजे गांव पहुंचा। उनकी शव यात्रा बबुरी के लेवा गांव से निकाली गई। इसमें करीब 15 हजार की संख्या में लोग शामिल थे।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Tue, 06 Apr 2021 11:16 AM (IST) Updated:Tue, 06 Apr 2021 02:52 PM (IST)
छत्तीसगढ़ हमले में शहीद का पार्थिव शरीर पहुंचा चंदौली के ठेकहां गांव, दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर
ठेकहां निवासी धर्मदेव कुमार (34) का पार्थिव शरीर मंगलवार की सुबह 10 बजे गांव पहुंचा।

चंदौली, जेएनएन। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सली हमले में शहीद शहाबगंज थाना के ग्राम ठेकहां निवासी धर्मदेव कुमार (34) का पार्थिव शरीर मंगलवार की सुबह 10 बजे गांव पहुंचा। उनकी शव यात्रा बबुरी के लेवा गांव से निकाली गई। इसमें करीब 15 हजार की संख्या में लोग शामिल थे। उतरौत, तियरा, अतायस्तगंज, करनौल, बड़गावां सहित जगह-जगह लोगों उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की और शीश नवाया। प्रशासन की ओर से गार्ड आफ आनर की तैयारी शुरू हो गई है, गार्ड आफ आनर के दौरान लोगों ने नारेबाजी भी की।  

शनिवार को नक्सलियों ने सीआरपीएफ जवानों को तर्रेम इलाके में जोन्नगुड़ा पहाड़ियों के पास घेरकर तीन ओर से फायरिंग कर दी। तीन घंटे चली मुठभेड़ में 15 नक्सली ढेर हो गए। वहीं हमले में 23 जवान शहीद हो गए जबकि 31 से अधिक घायल हो गए। इस हमले ठेकहां निवासी धर्मदेव कुमार भी शहीद हो गए। रविवार की शाम धर्मदेव के शहादत की खबर मिलते ही परिवार सहित पूरे गांव में कोहराम मचा है।

सीआरपीएफ जवान छोटे भाई धनंजय आए हैं घर

मझले भाई आनंद गुप्ता पिता की किराना के दुकान में हाथ बंटाते हैं। कुछ वर्ष पहले ही धर्मदेव सीआरपीएफ के स्पेशल ग्रुप कोबरा बटालियन में कमांडो थे और छत्तीसगढ़ के बीजापुर में तैनात थे। वहीं छोटा भाई भी सीआरपीएफ में जवान के रूप में छत्तीसगढ़ में ही तैनात है। वह इस वक्त घर में मौजूद हैं।

बेसुध हैं शहीद की मां व पत्नी

धर्मदेव की शादी 15 वर्ष पहले रामनगर थाना के मन्नापुर में मीना देवी से हुई । दोनों से दो बेटियां ज्योति (11) और साक्षी (4) हैं। हमले की खबर मिलते ही परिवार वालों पर गमगीन हो गए। वे छोटे बेटे को फोन लगाकर बार बार पूछते लेकिन छोटे बेटे को भी बड़े भाई के बारे में पूरी जानकारी नहीं थी। रविवार की शाम शहादत की खबर मिलते ही परिवार वालों में कोहराम मच गया है। पिता रामआसरे, माता कृष्णावती देवी धर्मदेव का चेहरा आंखों के सामने आते ही विलाप शुरू कर दे रही। मां व पत्नी मीना दोनों बेसुध हाल में हैं।

प्रभारी मंत्री, डीएम व एसपी पहुंचे गांव

स्वजनों का कहना है कि पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार तभी होगा, जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गांव आएंगे और शहीद को पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। जनपद के प्रभारी मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल डीएम संजीव सिंह व एसपी अमित कुमार गांव पहुंचकर दाह संस्कार के लिए मान-मनौव्वल में जुटे हैं। 

काफी मान मनौवल के बाद माने परिजन, शव के अंतिम संस्कार को हुए राजी 

छत्तीसगढ़ के बीजपुर में नक्सलियों से मुठभेड में जिले के शहाबगंज क्षेत्र के ठेकहां गांव निवासी धर्मदेव कुमार शहीद हो गए उनका शव मंगलवार की सुबह दस बजे गांव पहुंचा। परिजन सीएम और रक्षा मंत्री के गांव आने पर ही शव लेने की मांग पर अड़े थे। करीब ढाई घंटे तक शहीद का शव घर के बाहर सीआरपीएफ व स्थानीय अधिकारियों की देखरेख में रखा रहा। काफी मानमनौवल के बाद उनके पिता रामआसरे माने और शव के अंतिम संस्कार को राजी हुए। सीआरपीएफ अधिकारियों ने कहा आश्रित को फोर्स की ओर से एक करोड 52 हजार मिलेगा। जबकि डीएम ने कहा प्रदेश सरकार 50 लाख की घोषणा कर चुकी हे वहीं शहीद के नाम सड़क बनाई जाएगी। ऊर्जा राज्य मंत्री व जिला के प्रभारी मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल व स्थानीय नेताओं ने आश्वस्त किया कि वे उन्हें रक्षा मंत्री व मुख्यमंत्री से मुलाकात कराने लेकर जाएंगे। इसके बाद शव के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू हुई।

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