शहर-ए-बनारस में 'या हसन या हुसैन की गूंजी सदाएं' मोहल्‍लों से निकला चेहल्लुम का जुलूस Varanasi news

कर्बला के शहीदों की याद में आंसुओं का नजराना पेश करते हुए रविवार को मौला हक इमाम या हसन या हुसैन की सदाओं के बीच चेहल्लुम का जुलूस निकला।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sun, 20 Oct 2019 04:46 PM (IST) Updated:Sun, 20 Oct 2019 04:46 PM (IST)
शहर-ए-बनारस में 'या हसन या हुसैन की गूंजी सदाएं' मोहल्‍लों से निकला चेहल्लुम का जुलूस Varanasi news
शहर-ए-बनारस में 'या हसन या हुसैन की गूंजी सदाएं' मोहल्‍लों से निकला चेहल्लुम का जुलूस Varanasi news

वाराणसी, जेएनएन। कर्बला के शहीदों की याद में आंसुओं का नजराना पेश करते हुए रविवार को 'मौला हक इमाम' या हसन या हुसैन' की सदाओं के बीच चेहल्लुम का जुलूस निकला। अर्दली बाजार स्थित स्व. मास्टर जहीर हुसैन के इमामबारगाह से अंजुमन इमामिया की ओर से अमारी, जुलजना, ताबूत व अलम का जुलूस निकाला गया। कदीमी रास्तों को तय करता हुआ जुलूस वापस इमामबारगाह पहुंचकर समाप्त हुआ।

 

इस दौरान अर्दली बाजार में मजलिस आयोजित हुई, जिसमें अंजुमनों ने नौहा मातम व सीनाजन किया। इस अवसर पर सैयद जफर अब्बास रिजवी, शमशाद हुसैन, सद्दू भाई, जीशान जाफरी, रियासत हुसैन, सुजाअत हुसैन रुस्तम, सैयद अलमदार हुसैन आदि उपस्थित थे।

 

वहीं वक्फ इमामबाड़ा मौलाना मीर इमाम अली व मेंहदी बेगम गोविंदपुरा कला से अलम व ताजिए का जुलूस मुतवल्ली सैयद मुनाजिर हुसैन मंजू के संयोजन में निकला। करारा हाउस, मुकीमगंज, दोषीपुरा व चौहट्टा लाल खां से निकले जुलूस सदर इमामबाड़ा सरैंया पहुंचकर समाप्त हुए, वहीं कच्ची सराय, पत्थर गलिया व कालीमहल के जुलूस दरगाह फातमान में ठंडे किए गए। 

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