गोदौलिया-दशाश्वमेध मार्ग पर दिखेगी काशी की ऐतिहासिक छवि, VDA ने बनाई एक करोड़ की योजना

आने वाले दिनों में यदि गोदौलिया से दशाश्वमेध घाट तक की सड़क पर गुजरना होगा तो पुरानी काशी की ऐतिहासिक छवि नजरों में होगी। इसके लिए वाराणसी विकास प्राधिकरण ने योजना तैयार कर ली है जिसका अनुमानित बजट एक करोड़ा का है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Tue, 22 Sep 2020 07:18 AM (IST) Updated:Tue, 22 Sep 2020 09:47 AM (IST)
गोदौलिया-दशाश्वमेध मार्ग पर दिखेगी काशी की ऐतिहासिक छवि, VDA ने बनाई एक करोड़ की योजना
गोदौलिया से दशाश्वमेध घाट तक की सड़क पर गुजरना होगा तो पुरानी काशी की ऐतिहासिक छवि नजरों में होगी।

वाराणसी, जेएनएन। आने वाले दिनों में यदि गोदौलिया से दशाश्वमेध घाट तक की सड़क पर गुजरना होगा तो पुरानी काशी की ऐतिहासिक छवि नजरों में होगी। इसके लिए वाराणसी विकास प्राधिकरण ने योजना तैयार कर ली है, जिसका अनुमानित बजट एक करोड़ा का है। सड़क के दोनों किनारों का विकास थीम पर आधारित होगा, जो काशी के महत्व को मन-मस्तिष्क पर रेखांकित करेगा। फसाड के तहत एक सप्ताह के अंदर कार्य प्रारंभ होने की उम्मीद विकास प्राधिकरण ने जताई है।

अब तक शहर की छह सड़कों पर थीम आधारित विकास कार्य किया जा रहा है लेकिन धार्मिक महत्ता को देखते हुए गोदौलिया-दशाश्वमेध घाट मार्ग पर अलग से मंथन हो रहा है। सड़क के दोनों तरफ मकानों व दुकानों की प्लास्टर की नक्काशी समेत रंगाई-पुताई एक तरह की होगी। साइन बोर्ड भी एक तरह के लगाए जाएंगे। जिसकी साइज से लेकर रंग व स्वरूप एक समान होंगे। इस योजना का डेमो तैयार हो गया है जिसका अवलोकन वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष राहुल पांडेय ने कर लिया है।

पर्यटन की दृष्टि से स्मार्ट सिटी में गंगा की समस्त 84 घाटों पर हेरिटेज साइनेज, घाट रिवाइटलाइजेशन एवं फसाड इंप्रूवमेंट, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर एवं घाटों का कल्चरल अपलिफ्टमेंट, गोदौलिया से दशाश्वमेध घाट तक स्ट्रीट पेडेस्ट्रियनाईजेशन एवं फुटपाथ सौंदर्यीकरण, खिड़कियां घाट का पुनर्विकास, दशाश्वमेध घाट पर पर्यटक सुविधा और मार्केट कांप्लेक्स का विकास कार्य किया जा रहा है। श्री काशी विश्वनाथ धाम का कार्य तेजी से निर्माणाधीन है, जिसे अगस्त 2021 तक पूर्ण कर लिया जाएगा।

घाट व मंदिर से सटा इलाका पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा

गोदौलिया से दशाश्वमेध घाट तक जाने वाला मार्ग काशी के पौराणिक व ऐतिहासिक महत्व को प्रदर्शित करेगा। योजना बन गई है जिस पर कार्य अविलंब शुरू होगा। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर, अन्नपूर्णा मंदिर व विशालाक्षी मंदिर से सटा इलाका पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा।

- राहुल पांडेय, उपाध्यक्ष वाराणसी विकास प्राधिकरण।

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