एनडीडीबी के हाथों में पराग डेयरी की बागडोर, दुग्‍ध उत्‍पादन और वितरण का रुतबा लौटाने की चुनौती

एनडीडीबी व शासन स्तर से हस्तांतरण के बाबत लिखा पढ़ी पूरी हो चुकी है। अब केवल स्थानीय स्तर पर हस्तांतरण संबंधी कागजों का आदान प्रदान की कार्रवाई की प्रक्रिया पूरी की जायेंगी। शासन से मंजूरी का लेटर भी पराग को मिल चुका है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 05:28 PM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 05:28 PM (IST)
एनडीडीबी के हाथों में पराग डेयरी की बागडोर, दुग्‍ध उत्‍पादन और वितरण का रुतबा लौटाने की चुनौती
एनडीडीबी व शासन स्तर से हस्तांतरण के बाबत लिखा पढ़ी पूरी हो चुकी है।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। बहुत जल्द ही पराग डेयरी की बागडोर नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के हाथों में होगी।नई टीम पराग के व्यवसाय बढ़ने पर जोर देगी। 15 हजार लीटर प्रतिदिन के आवाक को दो लाख तक पहुचां कर पराग को पुराना रुतबा दिलाना चुनौतीपूर्व माना जा रहा है। एनडीडीबी को पांच साल तक के लिए पराग हस्तांतरित की मंजूरी मिल गई। 30 नवंबर से व्यवस्था शुरू होने की उम्मीद है।

पुराने कर्मचारियों को दूसरे जगह शिफ्ट कर नये कर्मचारियों के बदौलत व्यवस्था पटरी पर लाने की तैयारी है। कर्मियों की कमी के कारण डेयरी घाटे में चली गई थी। अब अत्याधुनिक मशीनों के टेक्नीशियन की कमी दूर होगी। एनडीडीबी व शासन स्तर से हस्तांतरण के बाबत लिखा पढ़ी पूरी हो चुकी हैं। अब केवल स्थानीय स्तर पर हस्तांतरण संबंधी कागजों का आदान प्रदान की कार्रवाई की प्रक्रिया पूरी की जायेंगी। शासन से मंजूरी का लेटर भी पराग को मिल चुका है।

एनडीडीबी भारत सरकार की एजेंसी है। देश में किसी भी पराग डेयरी में दिक्कत होने पर उसका समाधान नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड ही करती है। प्रादेशिक कोआपरेटिव डेयरी फेडरेशन लिमिटेड (पीसीडीएफ) द्वारा संचालित पराग डेयरी का संचालन नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड (एनडीडीबी) को मिलने वाली है। इसका कारण यह है कि कर्मचारियों की कमी रही। पहले जहां 25 सुपरवाइजर काम करते थे वहीं अब पांच से छह सुपरवाइजर के भरोसे ही काम चल रहा है। मंदी की मार झेल रहे डेयरी के दिन अब बहुरने वाले हैं। एनडीडीबी पांच साल तक पराग को चलाएगी और पूरी व्यवस्था को दुरुस्त करने का लक्ष्य रहेगा।

नई होगी तैनाती, पुराने के होंगे तबादले : पराग डेयरी के संचालन में एनडीडीबी को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। पहले तो कर्मचारियों की संख्या बल को बढ़ाना होगा। इसके बाद तत्काल खाली पदों पर तैनाती करनी होगी। एनडीडीबी अपने अनुभवी कर्मियों को डेयरी में नई तैनाती देगी। इसके साथ ही पराग में पहले से काम कर रहे कर्मियों का तबादला किया जाएगा। इसके अलावा डेयरी से दूरी बना चुके मिल्क पार्लर व बूथ के साथ ही एजेंट जोड़ने होंगे और उनकी संख्या भी बढ़ानी होगी।

बोले अधिकारी : शासन स्तर से पराग को एनडीडीबी को हस्तांतरित करने की सूचना प्राप्त हुई है।शासन के निर्देश का अनुपालन किया जाएगा। - डा.अरविंद कुमार शर्मा, जीएम पराग रामनगर। 

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