Chaitra Navratra 2021 : रात में मां विंध्यवासिनी के दर्शन-पूजन पर लगी रोक, बदला आरती का समय

इस बार पिछले वर्ष की तरह 24 घंटे का प्रतिबंध तो नहीं है लेकिन रात्रि कर्फ्यू लागू होने से रात नौ से सुबह छह बजे तक मां विंध्यवासिनी के दर्शन-पूजन पर भी रोक रहेगा। ऐसा पहली बार हुआ है जब मां विंध्यवासिनी के दर्शन-पूजन पर रोक लगाया गया है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 07:45 PM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 07:53 PM (IST)
Chaitra Navratra 2021 : रात में मां विंध्यवासिनी के दर्शन-पूजन पर लगी रोक, बदला आरती का समय
मीरजापुर में नवरात्र मेला के मद्देनजर विंध्याचल मंदिर के सामने की गई बैरिकेडिंग।

मीरजापुर, जेएनएन। बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने 11 अप्रैल की रात नौ बजे से सुबह बजे तक रात्रि  कर्फ्यू की घोषणा कर दी। वहीं, चैत्र नवरात्र के दौरान देश के कोने-कोने से दर्शन-पूजन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं से संक्रमण बढऩे का खतरा मंडराने लगा। इससे विंध्यधाम में दर्शन-पूजन को लेकर भी सवाल उठने लगे। इसी बीच दर्शन-पूजन पर भी रात्रि  कर्फ्यू लागू कर दिया गया। यही नहीं विंध्यवासिनी मंदिर के चरण स्पर्श पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। साथ ही दर्शनार्थियों को संक्रमण से बचाव के लिए गाइडलाइन का पालन करना होगा। इससे दर्शनार्थियों के साथ ही विंध्याचल के दुकानदारों में बेचैनी छा गई।

कोरोना के चलते पिछले वर्ष 24 मार्च की रात से जनता कर्फ्यू  लागू होने से पहली बार विंध्यवासिनी धाम बंद किया गया था। इससे दर्शनार्थी मां विंध्यवासिनी का दीदार नहीं कर सके थे। कोरोना के चलते पिछले वर्ष चैत्र नवरात्र में दर्शनार्थी घर पर ही दर्शन-पूजन करने को विवश थे। इस बार पिछले वर्ष की तरह 24 घंटे का प्रतिबंध तो नहीं है, लेकिन रात्रि कर्फ्यू  लागू होने से रात नौ से सुबह छह बजे तक मां विंध्यवासिनी के दर्शन-पूजन पर भी रोक रहेगा। ऐसा पहली बार हुआ है, जब मां विंध्यवासिनी के दर्शन-पूजन पर रोक लगाया गया है।

नगर विधायक रत्नाकर मिश्र, श्रीविंध्य पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी, मंदिर व्यवस्था प्रमुख गुंजन मिश्र, मां विंध्यवासिनी मंदिर के बड़े श्रृंगारिया विश्वमोहन उर्फ शिवजी मिश्रा व शेखर शरण उपाध्याय ने विंध्यवासिनी मंदिर के पास बैठक कर यह निर्णय लिया। बताया कि रात्रि  कर्फ्यू  के दौरान दर्शन-पूजन पर रोक के साथ ही मां विंध्यवासिनी के आरती का समय भी बदला गया है। पहले भोर की मंगला आरती तीन से चार बजे तक होती थी, जो अब पांच से छह बजे तक होगी।

दोपहर 12 से एक बजे तक होने वाली आरती यथावत होगी। वहीं छोटी आरती आठ से नौ बजे तक और साढ़े नौ से साढ़े दस बजे तक होने वाली बड़ी आरती 11 से 12 बजे तक होगी। दोपहर की आरती के बाद लगने वाला शयन नहीं लगेगा। रात्रि  कर्फ्यू लागू होने से दर्शनार्थी रात नौ से सुबह छह बजे तक मां विंध्यवासिनी का दर्शन-पूजन नहीं कर सकेंगे। मंदिर पर तैनात पुलिसकर्मी रात आठ बजे से दर्शनार्थियों के प्रवेश पर रोक लगाएंगे।

कोरोना संक्रमण के साए के बीच चैत्र नवरात्र मेला शुरू

चैत्र नवरात्र मेले पर एक बार फिर कोरोना संक्रमण का साया दिख रहा है। पिछले साल भी मार्च-अप्रैल में होने वाले चैत्र नवरात्र मेला कोरोना के कारण प्रभावित हो गया था। 22 मार्च को लाकडाउन शुरू हुआ। शासन की ओर से सार्वजनिक स्थानों पर सख्ती बढ़ा दी गई थी। लाकडाउन के चलते मंदिर पूरी तरह से बंद थे। लोगों ने घरों में पूजा की थी। इस वर्ष भी चैत्र नवरात्र मेले पर कोरोना संक्रमण का साया दिख रहा है। इससे श्रद्धालुओं के साथ ही ङ्क्षवध्याचल के दुकानदारों में मायूसी छा गई है।

chat bot
आपका साथी