वाराणसी में केंद्रीय उच्च तिब्बती संस्थान बना पहला नशामुक्ति का संकल्प लेने वाला विश्वविद्यालय

केंद्रीय उच्च तिब्बती संस्थान सारनाथ ने पूरे परिसर को नशामुक्त बनाने का संकल्प लिया है। काशियाना फाउंडेशन की पहल पर संस्था के विद्यार्थियों के अलावा अध्यापक एवं कर्मचारियों ने इस आशय का संकल्प पत्र भी भरा। ऐसा देश का पहला विश्वविद्यालय होने का गौरव तिब्बती विश्वविद्यालय को प्राप्त हुआ।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 11:36 PM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 11:36 PM (IST)
वाराणसी में केंद्रीय उच्च तिब्बती संस्थान बना पहला नशामुक्ति का संकल्प लेने वाला विश्वविद्यालय
वाराणसी में केंद्रीय उच्च तिब्बती संस्थान बना भारत का पहला नशामुक्ति का संकल्प लेने वाला विश्वविद्यालय

वाराणसी, जेएनएन। केंद्रीय उच्च तिब्बती संस्थान (सारनाथ) ने पूरे परिसर को नशामुक्त बनाने का संकल्प लिया है। काशियाना फाउंडेशन की पहल पर गुरुवार को संस्था के विद्यार्थियों के अलावा अध्यापक एवं कर्मचारियों ने इस आशय का संकल्प पत्र भी भरा। इसमें भविष्य में किसी भी प्रकार का नशा न करेंग व साथ ही नशा न करने हेतु लोगों को भी प्रेरित करेंगे। ऐसा देश का पहला विश्वविद्यालय होने का गौरव तिब्बती विश्वविद्यालय को प्राप्त हुआ।

आरके उपाध्याय (कुलसचिव, केंद्रीय तिब्बती विश्वविद्यालय) इस आशय का पत्र काशियाना फाउंडेशन के संस्थापक  सुमित सिंह को सौंपा। कुलसचिव जी ने कहा कि यह हमारे लिये गर्व का विषय है जो की हमारे विश्वविद्यालय के छात्रों को नशामुक्ति हेतु जागरूक  करने का अवसर मिला। आपको ज्ञात हो की महात्मा बुद्ध के पंचसिल सिद्धांत में आखरी एवं अंतिम सिद्धांत नशामुक्ति ही है। हमारा विश्वविद्यालय बुद्ध के सिद्धांतों का अनुसरण करता है। सुमीत सिंह (सदस्य, राष्ट्रीय नशामुक्ति एवं पूनर्वास समिति, भारत सरकार/ संस्थापक काशियाना फाउंडेशन ) ने बताया कि भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा 272 जिलों में नशामुक्त भारत अभियान चलाया जा रहा है जिसमें यह आदेश मिल का पत्थर साबित होगा। सुमित ने बताया की आपको ज्ञात हो की काशियाना फाउंडेशन छात्रों द्वारा गठित संस्था है जो की विगत पांच वर्षों से भारत को नशामुक्त करने हेतु संकल्पित है। महात्मा बुद्ध एवं महात्मा गांधी के नशामुक्त समाज बनाने के संकल्प को पूर्ण करने हेतु  उन्ही के सिधांतो पर कार्य कर रही है । भारत के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी ने अपने मन की बात में भी भारत को नशामुक्त समाज बनने के लिये युवाओं को संभोधित किया था।

डॉक्टर उत्तम ओझा जी ने कहा की सामाजिक परिवर्तन हेतु जिस प्रकार से युवा वर्ग कार्य कर रहा है उसमें नशामुक्ति का विषय बेहद संवेदनशील एवं  प्रसन्नता का विषय है। युवा वर्ग नशामुक्ति के लिए समाज में जनजागरुकता  कार्य कर रहा है। इस दौरान डॉक्टर उत्तम ओझा, सुमित सिंह, राकेश रौशन, धर्मेंद्र यादव, रणजीत मौर्य उपस्थित रहे।

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