चंदौली के बैंक के बक्से में चेक डालने का सीसीटीवी फुटेज मिला, कब निकला इसका रिकार्ड नहीं

बैंक आफ बड़ौदा के बक्से में डाले सात लाख रुपये का चेक बिहार में कैश होने का मामला उलझता जा रहा है। सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दे रहा है कि रेलकर्मी महेंद्र सिंह बक्से में चेक डाल रहे लेकिन कर्मियों द्वारा कब चेक निकाला गया इसका फुटेज नहीं है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 07:59 PM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 07:59 PM (IST)
चंदौली के बैंक के बक्से में चेक डालने का सीसीटीवी फुटेज मिला, कब निकला इसका रिकार्ड नहीं
बैंक के बक्से में डाले सात लाख रुपये का चेक बिहार में कैश होने का मामला उलझता जा रहा है।

जागरण संवाददाता, चंदौली। पीडीडीयू नगर नगर के बैंक आफ बड़ौदा के बक्से में डाले सात लाख रुपये का चेक बिहार में कैश होने का मामला उलझता जा रहा है। सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दे रहा है कि रेलकर्मी महेंद्र सिंह बक्से में चेक डाल रहे लेकिन, कर्मियों द्वारा कब चेक निकाला गया इसका फुटेज नहीं है। ऐसे में बैंक कर्मियों की भूमिका संदिग्ध होती जा रही है। बहरहाल पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है। बैंक से लेकर बिहार के बरेज स्टेट बैंक तक जांच शुरू हो गई है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही मामले का खुलासा हो जाएगा।

रलेवे के टीआरएस विभाग में टेक्नीशियन पद पर कार्यरत महेंद्र सिंह के नाम उनकी रिश्तेदार बिहार, कैमूर के मोहनियां निवासी अनिता देवी ने 28 अगस्त को सात लाख रुपये का चेक दिया था। 31 अगस्त को उन्होंने स्थानीय बैंक आफ बड़ौदा में पर्ची भरकर कर्मचारी पंकज कुमार को चेक दिया था। महेेंद्र खाते से पैसे निकालने पहुंचे तो पैसा नहीं आया था। आरोप है कि तीन सितंबर को महेंद्र के नाम से बिहार की बरेज एसबीआइ शाखा से सात लाख रुपये का भुगतान हो गया। वे बरेजा शाखा पहुंचे और शिकायत की। इस पर बैंक मैनेजर ने उन्हें चेक दे दिया उस पर छेड़छाड़ की गई थी। वहां के कैशियर अभय कुमार ने बिना किसी आइडी के सात लाख रुपये का भुगतान कर दिया। वहां से लौटने पर उन्होंने बैंक आफ बड़ौदा में सात सितंबर को खाते में रुपये न आने की लिखित शिकायत की। अगले दिन बैंक प्रबंधक अनुज शर्मा से जानकारी मांगी तो प्रबंधक ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। उन्होंने यहां तक कह दिया कि बैंक को सात लाख का कोई चेक प्राप्त नहीं हुआ है। रेल कर्मी महेंद्र ने आरोप लगाया कि बैंक आफ बड़ौदा के मैनेजर व कर्मचारी और स्टेट बैंक आफ इंडिया के बैंक मैनेजर व कैशियर की मिलीभगत से रुपये निकल लिए गए हैं। फिलहाल मामले की जांच में पुलिस जुटी हुई है।

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