CBSE 2021 High School result : वाराणसी में छात्राओं ने मारी बाजी, बढ़ा रिजल्ट का ग्राफ
CBSE 2021 High School result सीबीएसई की दसवीं में रिजल्ट का ग्राफ गत वर्ष की तुलना में इस बार 12.54 फीसद चढ़ा है। है। पंजीकृत 20113 में से 99.30 फीसद विद्यार्थियों हाईस्कूल में सफल हुए हैं। वहीं हाईस्कूल में भी बालिकाएं बालकों की तुलना में आगे रहीं।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। CBSE 2021 High School result केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (सीबीएसई) की दसवीं में रिजल्ट का ग्राफ गत वर्ष की तुलना में इस बार 12.54 फीसद चढ़ा है। है। पंजीकृत 20113 में से 99.30 फीसद विद्यार्थियों हाईस्कूल में सफल हुए हैं। वहीं हाईस्कूल में भी बालिकाएं बालकों की तुलना में आगे रहीं। आधी आबादी ने अपना दबदबा कायम रहा। दसवीं में 99.51 फीसद छात्राएं व 99.17 फीसद छात्र उत्तीर्ण हुए हैं।
जबकि वर्ष 2020 में दसवीं का रिजल्ट 86.76 फीसद था। पंजीकृत 18995 में से 88.61 फीसद छात्राएं व 85.64 फीसद छात्र उत्तीर्ण हुए थे। इस प्रकार गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष ओवर आल 12.54 फीसद रिजल्ट का ग्राफ बढ़ गया है। वहीं बालिकाओं का ग्राफ गत वर्ष की तुलना में 10.9 फीसद व बालक 13.54 फीसद चढ़ा है। इस प्रकार उत्तीर्ण होने के प्रतिशत इस बार अधिक है।
रिजल्ट से उठा पर्दा, झूम उठे परीक्षार्थी
कोविड-19 के प्रकोप के चलते सीबीएसई दसवीं की भी परीक्षा निरस्त कर दी थी। वहीं विद्यार्थियों को रिजल्ट के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। रिजल्ट को लेकर परीक्षार्थियों की धुकधुकी बनी हुई थी। हालांकि जारी होते ही रिजल्ट पर से पर्दा उठ गया। वहीं बच्चों से रिजल्ट का डर भी निकल गया। रिजल्ट देखते ही तमाम बच्चे खुशी से झूम उठे।
औसत अंक का कमाल
सीबीएसई की दसवीं के शानदार रिजल्ट के पीछे औसत अंक का कमाल बताया जा रहा है। सीबीएसई की कोआडिनेटर व सनबीम इंग्लिश स्कूल (भगवानपुर) की प्रधानाचार्य गुरमीत कौर ने बताया कि गृह हो या बोर्ड परीक्षा सभी महत्ता एक समान होती है। यही नहीं यूनिट टेस्ट का परिणाम भी हमारे लिए महत्वपूर्ण होना चाहिए। इस बार औसत अंक पर आधारित रिजल्ट छात्रों को यूनिट टेस्ट की भी महत्ता बता दी है।
परीक्षा नहीं हुई फिर भी 141 विद्यार्थी अनुत्तीर्ण
सीबीएसई की 10वीं की परीक्षा नहीं हुई। इसके बावजूद जनपद में 141 विद्यार्थी अनुत्तीर्ण हो गए है। दरअसल जो विद्यार्थी कक्षा-दस में पंजीकरण कराने के बाद पूरे साल गायब रहे। वहीं विद्यार्थी फेल हुए हैं। विद्यार्थियों के अनुत्तीर्ण होने में आंतरिक मूल्यांकन मुख्य आधार बना है।
ऐसे मिला औसत अंक
10 फीसद अंक यूनिट टेस्ट पर
30 फीसद अंक वार्षिक परीक्षा
40 फीसद अंक प्री-बोर्ड
20 फीसद अंक आंतरिक मूल्यांकन
तीन साल के विद्यालयों के रिजल्ट का औसत
सीबीएसई ने रिजल्ट तैयार करने की जिम्मेदारी विद्यालयों को ही सौंपी थी। विद्यालयों को पिछले तीन वर्षों का सर्वोच्च रिजल्ट के प्रतिशत के आधार पर परिणाम तैयार करना था। उदाहरण स्वरूप किसी विद्यालय का रिजल्ट वर्ष 2018 में 78.8 फीसद, वर्ष 2019 में 88.8 फीसद, तथा वर्ष 2020 में 75.2 फीसद रहा है तो उसे अधिकतम 88.8 फीसद अंकों के आधार पर रिजल्ट तैयार करना था। वर्ष 2019 में जितने विद्याॢथयों विषयवार 100 में 99 अंक मिले थे। वर्ष 2021 में विषयवार उतने ही विद्याॢथयों को 100 में 99 अंक देना था।
हाईस्कूल
153 विद्यालय
20113 पंजीकृत परीक्षार्थी
141 अनुत्तीर्ण
99.30 फीसद कुल रिजल्ट
99.17 फीसद बालक उत्तीर्ण
99.51 फीसद बालिका उत्तीर्ण