काशी में बेटियों ने पदयात्रा के दूसरे दिन महिला हिंसा और यौन उत्पीड़न के खिलाफ बुलन्द की आवाज

गांवों में लड़कियों ने पदयात्रा कर कन्या भ्रूण हत्या यौन उत्पीड़न दहेज बाल विवाह जैसे सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाई।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Fri, 13 Dec 2019 03:43 PM (IST) Updated:Fri, 13 Dec 2019 03:43 PM (IST)
काशी में बेटियों ने पदयात्रा के दूसरे दिन महिला हिंसा और यौन उत्पीड़न के खिलाफ बुलन्द की आवाज
काशी में बेटियों ने पदयात्रा के दूसरे दिन महिला हिंसा और यौन उत्पीड़न के खिलाफ बुलन्द की आवाज

वाराणसी, जेएनएन। घरेलू महिला हिंसा के खिलाफ निकाली गयी पदयात्रा के दूसरे दिन शुक्रवार को हरसोस, परमन्दापुर, जंसा, दीनदासपुर, चौखण्डी, कुंडरिया आदि गांवों में लड़कियों ने पदयात्रा कर कन्या भ्रूण हत्या, यौन उत्पीड़न, दहेज, बाल विवाह जैसे सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाई। भीषण ठण्ड के बावजूद लड़कियों का उत्साह देखते ही बनता था। गांव- गांव में आयोजित कार्यक्रम में शामिल सैकड़ों महिलाएं, लड़कियां और युवाओं संग 'घरेलू महिला हिंसा बन्द करो, भ्रूण हत्या पर रोक लगाओ, बाल विवाह बंद करो, तिलक दहेज़ छोडो जाती पाती तोड़ो, भीख नहीं अधिकार चाहिए जीने का सम्मान चाहिए, औरत भी जिन्दा इंसान नहीं भोग की वह सामान, यौन हिंसा पर रोक लगाओ' आदि नारे लगाये।

लड़कियों ने घरेलू महिला हिंसा, बाल विवाह पर रोक लगाने की मांग किया। सैकड़ों लड़कियों और युवाओं ने भ्रूण हत्या, दहेज, गैरबराबरी, लड़कियों के यौन उत्पीड़न के खिलाफ हस्ताक्षर करके इसे जड़ से मिटाने का संकल्प लिया। आयोजन में लोक समिति, एशियन ब्रीज इंडिया, ग्रामीण पुननिर्माण संस्थान, ग्राम्या संस्थान, मैसवा और एक साथ अभियान की ओर से आयोजित कार्यक्रम में लोक समिति संयोजक नन्दलाल मास्टर ने कहा कि आजादी के 70 साल बाद भी समाज में लड़कियों और महिलाओं के साथ भेदभाव किया जा है, जबकि संवैधानिक व्‍यवस्था ने सबको समान अधिकार दिए है।

लेकिन समाजिक ब्यवस्था के कारण महिलाओं और लड़कियों को बराबरी का अधिकार नही प्राप्त हो पा रहा है, इसलिए सामाजिक ब्यवस्था में बदलाव लाना जरुरी है, क्योंकि सख्त कानून बनने के बावजूद आये दिन लड़कियों और महिलाओं के साथ छेड़खानी बलात्कार घरेलू हिंसा की घटनाएं हो रही हैं जो कि सभ्य समाज के लिये बहुत चिंतनीय बात है। इसलिए लड़कियों और महिलाओं को अपने हक और अधिकार के लिए आगे आकर खुद पहल करना होगा। पदयात्रा कार्यक्रम में जगह जगह लोगों ने टीम का जमकर स्वागत किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप  से अनीता, सोनी, सरिता, राजेश प्रधान, समाज सेवी विजय कुमार, राजेश मास्टर, सुनील, मनजीता, श्यामसुन्दर, नगीना, आशा, फुलवासा, श्यामतारा, जंसा थाना इंचार्ज, पंचमुखी, प्रेमा, विद्या, चन्द्रकला, रणविजय, रामबचन विकास वाजपेयी आदि ने अपने विचार रखे।

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