महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में गुणवत्ता में सुधार के लिए शोध संबंधी कार्यों को गति पर मंथन

महात्‍मा गांधी काशी विद्यापीठ के मनोविज्ञान विभाग द्वारा बुधवार को स्टूडेंट फीडबैक एंड पार्टिसिपेशन फार इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया। वेबिनार में विभागीय गतिविधियों को उन्नत व गुणवत्तापूर्ण बनाने पर चर्चा की गई।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Wed, 13 Oct 2021 10:05 PM (IST) Updated:Wed, 13 Oct 2021 10:05 PM (IST)
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में गुणवत्ता में सुधार के लिए शोध संबंधी कार्यों को गति पर मंथन
स्टूडेंट फीडबैक एंड पार्टिसिपेशन फार इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के मनोविज्ञान विभाग द्वारा बुधवार को स्टूडेंट फीडबैक एंड पार्टिसिपेशन फार इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया। वेबिनार में विभागीय गतिविधियों को उन्नत व गुणवत्तापूर्ण बनाने पर चर्चा की गई और शोध कार्यों की बेहतरी के लिए उपायों को अपनाने पर बल दिया गया।

इसमें मनोविज्ञान विभाग के स्नातक व स्नातकोत्तर के छात्र-छात्राओं के साथ विभाग के आचार्यों ने विभागीय गतिविधियों को और अधिक उन्नत व गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए अपने विचार व सुझाव दिए। संयोजक एसोसिएट प्रोफेसर डा. रश्मि सिंह ने वर्तमान व आगामी सत्रों में मनोविज्ञान के विषय क्षेत्र, विभाग व विश्वविद्यालय स्तर पर किए जाने वाली गतिविधियों पर प्रकाश डाला। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनोविज्ञान विभाग स्थापित करने के सुझाव दिए। कार्यक्रम व गतिविधियों को उन्नत बनाने के लिए मनोविज्ञान पुरातन संघ के सदस्यों की भी सहभागिता पर बल दिया। सह संयोजक डा. मुकेश कुमार पंथ ने कहा कि आगामी वर्षों में प्रस्तावित नैक मूल्यांकन के लिए छात्र सहभागिता व गुणवत्ता में सुधार के लिए विभाग में उच्च शिक्षा व शोध संबंधी कार्यों को गति देने की आवश्यकता है। इसमें इस प्रकार के कार्यक्रम बहुत उपयोगी साबित होंगे।

विभागीय सिलेबस, लाइब्रेरी को और अधिक विकसित करने के साथ पाठ्येत्तर कार्यक्रमों को भी प्रमुखता देने पर बल दिया। स्नातकोत्तर के छात्र-छात्राओं ने विभागीय न्यूजलेटर संपादित करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए सहमति व्यक्त की। यह भी निर्णय लिया गया की इन सभी गतिविधियों को मनोविज्ञान विषय की प्रत्येक कक्षा से दो स्टूडेंट लीडर के माध्यम से संपादित किया जाएगा। 1960 में स्थापित मनोविज्ञान विभाग के गौरवशाली इतिहास तथा प्रख्यात पूर्व आचार्य व मनोवैज्ञानिकों के जीवनी को दर्शाती पुस्तक व लेख का प्रकाशन किया जाएगा। अध्यक्षता विभागाध्यक्ष प्रो. राजेंद्र प्रसाद सिंह, धन्यवाद ज्ञापन डा. दुर्गेश कुमार उपाध्याय ने किया। अमित कुमार सिंह, मांधाता मिश्रा, श्रुति गुप्ता, रिया राय, सौमी मंडल, शुभम त्रिपाठी व श्रेयांश पांडे आदि छात्रों ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

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