विद्यार्थियों ने पटाखों का किया बहिष्कार, त्योहार को दीपोत्सव के रूप में मनाने का लिया संकल्प

विद्यार्थियों ने पटाखों का पूरी तरह बहिष्कार करते हुए इस त्योहार को दीपोत्सव के रूप में मनाने का संकल्प लिया।

By Edited By: Publish:Thu, 24 Oct 2019 01:44 AM (IST) Updated:Thu, 24 Oct 2019 12:02 PM (IST)
विद्यार्थियों ने पटाखों का किया बहिष्कार, त्योहार को दीपोत्सव के रूप में मनाने का लिया संकल्प
विद्यार्थियों ने पटाखों का किया बहिष्कार, त्योहार को दीपोत्सव के रूप में मनाने का लिया संकल्प

वाराणसी, जेएनएन। दीपावली के त्योहार में कुछ ही दिन शेष है। बाजार से लेकर सड़कें-गलियां भी सज-धज कर तैयार हैं। ऐसे में विद्यार्थियों ने पटाखों का पूरी तरह बहिष्कार करते हुए इस त्योहार को दीपोत्सव के रूप में मनाने का संकल्प लिया। इतना ही नहीं छात्र-छात्राओं ने शपथ लिया कि वे किसी भी पारिवारिक या सामाजिक उत्सव में पटाखों का प्रयोग बिल्कुल नहीं करेंगे।

इस पर पूर्ण प्रतिबंध के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखेंगे। पटाखा से निकलने वाले धुंए और शोर से होने वाले नुकसान से विद्यार्थियों को जागरूक करने के लिए सामाजिक संस्था सत्या फाउंडेशन ने बुधवार को रोहनिया स्थित स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती इंटरमीडिएट कालेज में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। इस दौरान फाउंडेशन के संस्थापक सचिव चेतन उपाध्याय ने कहा कि दीपावली दीयों का त्योहार है। शोर-शराबा कर दूसरों की खुशियों में बाधा बनने से बचना चाहिए। कहा आतिशबाजी एक गलत परंपरा है, जिसको जागरूकता के माध्यम से समाप्त किया जा सकता है। इस दौरान प्रधानाचार्य रमेश सिंह ने उपस्थित थे। अभियान का अगला पड़ाव डीएवी इंटर कालेज था। चेतन उपाध्याय ने कहा कि ऐसा कोई त्योहार नहीं, जिसमें इतनी बड़ी संख्या में लोग हताहत होते हैं। बावजूद इसके सरकार पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने से कतरा रही है। इस दौरान प्रधानाचार्य डा. दयाशंकर मिश्रा दयालु ने जागरूकता अभियान की सराहना करते हुए कहा कि पटाखों के पूर्ण बहिष्कार में ही पूरे समाज की भलाई है। वहीं लोहता स्थित वाराणसी पब्लिक स्कूल में भी छात्र-छात्राओं को जागरूक किया गया। मेडविन हॉस्पिटल के निदेशक डा. मनमोहन श्याम ने कहा कि दीपावली की रात पटाखों के कारण अगले चार-पांच दिनों तक अस्थमा के मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इससे पूर्व विद्यार्थियों ने पटाखों के दुष्प्रभावों पर आधारित एक लघु नाटिका का मंचन भी किया। संचालन प्रिंसीपल दिलीप पांडेय व धन्यवाद ज्ञापन निदेशक अमित पांडेय ने किया।

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