सैंड स्टोन से सज रही वाराणसी में सर्किट हाउस की चाहरदीवारी, ऊपरी फ्लोर पर दिखेगा खूबसूरत गार्डेन
सर्किट हाउस का अंडर ग्राउंड मल्टीलेवल पार्किंग अगले माह तक आकार ले लेगा। तेजी से काम हो रहा है। इसके अलावा इस पार्किंग की चाहरदीवारी सैंड स्टोन (चुनार के बलुआ पत्थर) से सजायी जा रही है। ताकि इसकी चमक वर्षों तक बनी रहे।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। सर्किट हाउस का अंडर ग्राउंड मल्टीलेवल पार्किंग अगले माह तक आकार ले लेगा। तेजी से काम हो रहा है। यह पार्किंग देखने में भी बेहद खूबसूरत होगा। ऊपरी फ्लोर पर खूबसूरत गार्डेन नजर आएगा। इस पर गुलाब, चमेली, समेत अन्य खूशबूदार पौधा लोगों के बीच आकर्षक का केंद्र होगा। इसके अलावा इस पार्किंग की चाहरदीवारी सैंड स्टोन (चुनार के बलुआ पत्थर) से सजायी जा रही है। ताकि इसकी चमक वर्षों तक बनी रहे।
कार्यदायी एजेंसी आवास विकास कंस्ट्रक्शन यूनिट से जुड़े लोगों का कहना है कि निर्माण पूर्ण करने का लक्ष्य अगस्त माह तय किया गया है। नब्बे फीसद से अधिक कार्य पूर्ण हो चुका है। उम्मीद है कि तय अवधि में कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इस पर कुल 26.67 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं। पांच करोड़ की धनराशि शासन से डिमांड की गई है। कार्यदायी एजेंसी का कहना है कि यह भी धनराशि शीघ्र मिल जाने की उम्मीद है। धनराशि मिलने के बाद और काम में तेजी आएगी।
जाम के झाम से मिलेगी मुक्ति
सर्किट हाउस, कमिश्नरी व कलेक्ट्रेट परिसर के आसपास के क्षेत्र में बेतरतीब खड़े वाहनों की वजह से आए दिन लगने वाले जाम के झाम से लोगों को मुक्ति मिलेगी। लगभग इस पार्क में सौ से अधिक दो पहिया व चार पहिया वाहन खड़े हो सकेंगे। कमिश्नरी, सर्किट हाउस तथा विकास भवन के पास अपनी पार्किंग की व्यवस्था है। अधिवक्ताओं व कचहरी में आने वाले फरियादियों के वाहनों के खड़ा करने की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। अंडर ग्राउंड पार्किंग के निर्माण के बाद बहुत हद तक वाहन खड़ी करने की समस्या नहीं रहेगी। इतना ही नहीं शाम को अर्दली बाजार में मार्केटिंग करने वाले भी यहां वाहन खड़ी कर बाजार कर सकेंगे। हालांकि थोड़ी दूरी जरूर होगी पर जाम की समस्या नहीं रहेगी।
पार्किंग में विशेष
अंडर ग्राउंट मल्टी लेवल पाॄकग में दो अपर व लोवर लो बेसमेंट होगा। लोवर बेसमेंट में एक साथ 63 कार व 60 से अधिक मोटरसाइकिल खड़ा हो सकेंगी। इसी के साथ ही अपर बेसमेंट में 50 कार व 26 से अधिक मोटरसाइकिल खड़ा हो सकेंगी। इस पार्क की क्षमता 204 वाहन की बतायी जा रही है।
सैंड स्टोन की खासियत
चुनार पत्थर की सबसे बड़ी विशेषता यह होती है कि प्राचीन होने के बाद इसमें और चमक आती है। पत्थर में विद्यमान बलुआ कणों और उसके घनत्व के कारण उसकी चमक वायु घर्षण से बढ़ती जाती है। जल के अंदर सैकड़ों वर्षों तक रहने के बावजूद यह खराब नहीं होता है।
स्वीकृत लागत सबसे पहले 19 करोड़ 15 लाख रुपये
-संशोधित इस्टीमेट 26 करोड़ 67 लाख रुपये
-छह मार्च 2019 इस परियोजना की नींव रखी गई
-मार्च, 2021 में पूर्ण करने का लक्ष्य तय था।
-आवास विकास कंस्ट्रक्शन यूनिट कार्यदायी एजेंसी
-देरी की वजह कोविड की दूसरी लहर में श्रमिकों की कमी व बजट का रोड़ा