वाराणसी के माॅल में बम की सूचना से खलबली, डाग स्क्वाएड और बम निरोधक दस्ता पहुंचा
कैंटोमेंट स्थित एक माल में शुक्रवार को बम की सूचना से खलबली मच गई। किसी अज्ञात ने अपने टिवटर हैंडिल से जेएचवी माल में बम रखे जाने की सूचना दी। पुलिस सक्रिय हाे गई। एसएसपी अमित पाठक के निर्देश पर सीओ कैंट अभिमन्यु मांगलिक के साथ भारी फोर्स गया।
वाराणसी, जेएनएन। कैंटोमेंट स्थित एक माल में शुक्रवार को बम की सूचना से खलबली मच गई। किसी अज्ञात ने अपने टिवटर हैंडिल से जेएचवी माल में बम रखे जाने की सूचना दी। जानकारी मिलते ही पुलिस सक्रिय हाे गई। एसएसपी अमित पाठक के निर्देश पर सीओ कैंट अभिमन्यु मांगलिक के साथ भारी फोर्स, डाग स्क्वाएड और बम निरोधक दस्ता पहुंच गया। माल की दुकानों को खाली कराया गया। माल में घूम रहे लोगों को बाहर करने के साथ मल्टीप्लेक्स को भी बंद कराया गया। इस दौरान बाहर भीड लग गई। जितने मुंह उतनी बातें होने लगीं। कुछ लोगों ने समझा कि माक ड्रिल हो रहा है। बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वायड के साथ पुलिस ने चप्पे चप्पे की तलाशी ली। फिलहाल ढाई बजे तक विस्फोटक या कोई आपत्तिजनक चीज नहीं मिली थी।
पुलिस को ट्वीट के जरिए सूचना मिली थी। एसएसपी अमित पाठक के अनुसार ट्वीट करने वाले की पहचान कराई जा रही है। बता दें काशी पहले से ही आतंकियों के निशाने पर रही है। यहां पांच धमाके हो चुके हैं। पहला धमाका दशाश्वमेध घाट पर वर्ष 2005 में हुआ था। इस धमाके में नौ लोगों की मौत हो गई थी। पहले इसे पुलिस ने गैस सिलेंडर का धमाका बताया गया था। जांच में बाद में पता चला था कि घाट पर आतंकी साजिश के तहत विस्फोटक रखा गया था। इसके बाद संकटमोचन मंदिर व कैंट स्टेशन पर सिलसिलेवार धमाके किए गए जिसमें 25 से अधिक लोगों की जान गई थी। इसी तरह शीतला घाट पर भी धमाका किया गया था। कचहरी में भी बम धमाके में कई की जान गई थी। संकटमोचन मंदिर बम विस्फोट मामले में वलीउल्लाह पकडा भी गया। इस समय वह गाजियाबाद में जेल में बंद है और मामले की सुनवाई भी वहीं पर हो रही है।