वाराणसी के रामनगर में भाजपा सभासदों का धरना दो घंटे बाद हुआ समाप्त, मुआवजा सहित सात सूत्रीय थी मांग
रामनगर नगर पालिका परिसर में सोमवार को भाजपा कार्यकर्ता और सभासदों ने साड़ के हमले से मृत संदीप विश्वकर्मा के परिजनों को 25 लाख रुपये मुआवजा राशि देने सहित सात सूत्रीय मांगों को लेकर धरना दिया। एसडीएम पुष्पेंद्र पटेल ने लोगों को समझा कर धरना समाप्त कराया।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। रामनगर नगर पालिका परिसर में सोमवार को भाजपा कार्यकर्ता और सभासदों ने साड़ के हमले से मृत संदीप विश्वकर्मा के परिजनों को 25 लाख रुपये मुआवजा राशि देने सहित सात सूत्रीय मांगों को लेकर धरना दिया। धरनारत लोगों ने कर्मचारियों को बाहर निकाल कर कार्यालय में भी तालाबंदी कर दिया।इस दौरान लोग पालिकाध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी भी कर रहे थे। अधिशासी अधिकारी राजबली यादव ने लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन लोग उच्चाधिकारियों को बुलाने की मांग पर अड़े रहे। लगभग दो घंटे बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम पुष्पेंद्र पटेल ने लोगों को समझा कर धरना समाप्त कराया। उन्होंने आश्वासन दिया कि मांग पत्र को जिलाधिकारी तक पहुंचा कर उचित कार्रवाई की जायेगी।
लोगों का कहना था कि नगर में बेसहारा पशुओं का आतंक दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।अब तक लगभग तीन लोगों की मृत्यु भी हो चुकी है।कई बार शिकायत की गई,इसके बावजूद पालिका प्रशासन इन पशुओं को पकड़ने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाती है।इसके अलावा नगर के ज्यादातर चट्टी चौराहों पर लगे स्ट्रीट लाइट खराब है। साफ सफाई व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। सफाई कर्मी की नियुक्ति को लेकर भी सवाल खड़े किए गये।लोगों ने पालिकाध्यक्ष के पिछले 15 सालों के कार्यकाल की जांच की मांग भी उठाई। इस दौरान भाजपा सभासदों में अशोक जायसवाल,विशाल,अशोक अग्रहरि,रितेश पाल,उदय नाथ,रामनरेश सोनकर,मनोज यादव,राजेंद्र शंकर पटेल सहित भाजपा कार्यकर्ताओं में जितेंद्र पाण्डेय,राजकुमार सिंह,अंकित सिंह इत्यादि मौजूद रहे।
भाजपा कार्यकर्ताओं का धरने बना चर्चा
नगर पालिका परिसर मे सोमवार को भाजपा पदाधिकारी सहित भाजपा सभासदों का धरना प्रदर्शन नगर की गलियों व चौराहों पर चर्चा का विषय बना रहा। धरना में बैठे कुछ सभासद खुद को प्रदेश सरकार में मौजूदा मंत्री के करीबी होने का जहां दंभ भरते हैं तो वहीं कुछ सभासद क्षेत्रीय विधायक के प्रतिनिधि के रूप में काम करते हैं।ऐसे में नगर क्षेत्र में प्रकाश व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग के अलावा सफाईकर्मियों पर सवाल खड़े करने की बात लोगों के समझ के परे लग रहा है।
त्योहार आते ही तेज हो जाता है पालिकाध्यक्ष का विरोध
नगर पालिका परिषद में धरना प्रदर्शन कोई नई बात नहीं है।इस बार चुनाव बाद से ही नगर पालिका परिसर में सभासदों का धरना प्रदर्शन जग जाहिर है। कभी किसी मुद्दे को लेकर तो कभी किसी मुद्दे को लेकर सभासद धरना देते रहे हैं।पालिकाध्यक्ष से सहमति बनते ही सभी मुद्दे भूला दिये जाते हैं।जैसे ही पालिकाध्यक्ष से बात बिगड़ी या कोई त्यौहार नजदीक आता है वैसे ही सभासदों का धरना तेज हो जाता है।