वाराणसी जिपं अध्यक्ष पद पर सपा के बाद भाजपा ने घोषित किया उम्मीदवार, जानिए दोनों उम्‍मीदवारों के बारे में

भाजपा के सह प्रभारी सुनील ओझा की सहमति पर वाराणसी जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए पूनम मौर्य को प्रत्याशी घोषित किया है। बताते चलें कि पूनम मौर्या काशी विद्यापीठ ब्लाक के सेक्टर नंबर 3 से जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित हुईं थी।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 06:01 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 06:20 PM (IST)
वाराणसी जिपं अध्यक्ष पद पर सपा के बाद भाजपा ने घोषित किया उम्मीदवार, जानिए दोनों उम्‍मीदवारों के बारे में
पूनम मौर्या काशी विद्यापीठ ब्लाक के सेक्टर नंबर 3 से जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित हुईं थी।

वाराणसी, जेएनएन। जिले में भाजपा की ओर से जिला पंचायत अध्‍यक्ष पद के लिए प्रत्‍याशी की घाेषणा आखिरकार सोमवार को कर दी गई। सपा की अपेक्षा भाजपा के कम पंचायत सदस्‍य होने के बीच पंचायत चुनाव अब रोचक हो गया है। दरअसल पिछली बार सपा की ओर से अपराजिता सोनकर सपा की ओर से चयनित हुई थीं। मगर, प्रदेश में सत्‍ता परिवर्तन के बाद अपराजिता सोनकर ने बाद में भाजपा की सदस्‍यता लेकर सभी को चौंका दिया था। इस प्रकार बीच कार्यकाल में सपा के हाथों से भाजपा ने सीट को छीन लिया था।  

हालांकि, इस बार सपा जिला पंचायत सदस्य की 40 सीटों में से सर्वाधिक पर जीत का दावा पहले ही कर चुकी है। भाजपा भी आंकड़ों के लिहाज से अधिक पीछे नहीं है। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी हासिल करने के लिए भाजपा मजबूती के साथ ताना बाना बुनने की तैयारी में लग गई है। वहीं सपा की ओर से जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए सपा की उम्‍मीदवार चंदा यादव काशी विद्यापीठ सेक्टर 4 की जिला पंचायत सदस्य को प्रत्‍याशी बनाया गया है। सपा की उम्‍मीदवार चंदा यादव वाराणसी के सीरगोवर्धनपुर के रहने वाले राजेश यादव की पत्नी हैं और राजेश यादव सपा से वाराणसी जिला के उपाध्यक्ष हैं।

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश नेतृत्व ने प्रदेश भाजपा के सह प्रभारी सुनील ओझा की सहमति पर वाराणसी जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए पूनम मौर्य को प्रत्याशी घोषित किया है। बताते चलें कि पूनम मौर्या काशी विद्यापीठ ब्लाक के सेक्टर नंबर 3 से जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित हुईं थी काशी विद्यापीठ ब्लाक से वे सर्वाधिक मतों से विजयी हुई थी। राजनीतिक तौर पर उनके परिवार की सक्रियता को देखते हुए भाजपा की ओर से उनको उम्‍मीदवार बनाया गया है। सपा के मुकाबले कम सीटों के बावजूद भाजपा को निर्दलीय और दूसरे दलों के पंचायत सदस्‍यों पर भरोसा है। 

जिला भाजपा ने उनके नाम की चयन प्रक्रिया में सर्वप्रथम कार्यकर्ताओ से फीडबैक लिया तत्पचात भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष, एमएलसी एवं वाराणसी जिले के प्रभारी सलिल विश्नोई,काशी क्षेत्र के अध्यक्ष महेश चंद श्रीवास्तव, जिला अध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा ने जनप्रतिनिधियों से भी पूनम मौर्या को प्रत्याशी बनाये जाने को लेकर व्यापक विचार विमर्श किया इसके बाद सर्वसम्मति से पूनम मौर्या के नाम पर मोहर लगी। पार्टी की ओर से इसी के साथ वह अधिकृत प्रत्‍याशी हो गई हैं।

बीएससी, बीएड तक शिक्षा प्राप्त श्रीमती पूनम मौर्य की शुरू से ही समाज सेवा में रुचि रही है उनका परिवार लंबे समय से राजनीति से जुड़ा रहा है इनके पति कुंवर वीरेंद्र पहले जिला पंचायत सदस्य रह चुके है इनके ससुर मोतीलाल शास्त्री अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा के पूर्व में राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके है और सास रुक्मणी देवी मडुवाडीह ग्राम सभा से प्रधान रह चुकी है। ऐसे में पारिवारिक पृष्‍ठभूमि सियासी होने की वजह से उनको जीते हुए प्रत्‍याशियों पर तरजीह दी गई है। 

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