नई दिल्ली तक साइकिल यात्रा कर लौटा बीएचयू का दल, 17 अक्टूबर को मालवीय भवन से शुरू हुर्ठ थी यह यात्
भारतीय स्वतंत्रता के गौरवशाली 75 वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में आयोजित आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत नई दिल्ली तक साइकिल यात्रा कर बीएचयू राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेकर गुरुवार को काशी लौट आए। बनारस रेलवे स्टेशन पर उनका भव्य स्वागत किया गया
जागरण संवाददाता, वाराणसी। भारतीय स्वतंत्रता के गौरवशाली 75 वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में आयोजित आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत नई दिल्ली तक साइकिल यात्रा कर बीएचयू राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेकर गुरुवार को काशी लौट आए। बनारस रेलवे स्टेशन पर उनका भव्य स्वागत किया गया। यह यात्रा 17 अक्टूबर को मालवीय भवन से निकली थी। यहां पहुंचने पर यात्रा में शामिल सदस्यों ने स्टेशन परिसर में श्रमदान करते हुए सिंगल यूज प्लास्टिक व प्लास्टिक की बोतलों को इकट्ठा किया।
साइकिल यात्रा का नेतृत्व करने वाले एनएसएस के कार्यक्रम समन्वयक डा. बाला लखेंद्र ने बताया कि साइकिल यात्रा का उद्देश्य भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अमर बलिदानियों को याद करना व यात्रा मार्ग में पड़ने वाले विद्यालय, महाविद्यालय विश्वविद्यालय के युवाओं को स्वतंत्रता संग्राम के गाथाओं से रूबरू कराना था। यात्रा मार्ग में जहां एक ओर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया, देशभक्ति गीतों का गायन किया गया। बताया कि यह यात्रा 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर राजघाट पर पहुंची थी। जहां महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी गई। साइकिल यात्रा बीएचयू से शुरू होकर गोपीगंज, प्रयागराज, काला कांकर रायबरेली, लखनऊ, काकोरी, बिठूर, कानपुर, कन्नौज, बिधूना, इटावा, फिरोजाबाद, आगरा, पलवल होते हुए नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि स्थली राजघाट पहुंची थी। दल में डा. बाला लखेन्द्र के साथ ही नीतीश कुमार सुमन, सुभाष सिंह, राहुल कुमा, अभिषेक कुमार, तुषार मोहन, उपेंद्र कुमार, दिव्य प्रकाश पाठक, शुभम कुमार, नवनित प्रताप सिंह, मनिष कुमार पांडेय, सूर्यभान सिंह, मोनिश कुमार साह, अमरेश कुमार व आशु कुमार शामिल थे।