बीएचयू का एमसीएच विंग भी बन सकता है कोरोना वार्ड, बढ़ते मामलों की वजह से तैयारी शुरू

वैश्विक महामारी कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रही है। इसके कारण शहर के अस्पताल एवं बेड कम पड़ने लगे हैं। खैर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर जो यहां पर नए अस्पताल बने हैं वे सभी अब इस आपदा में मरीजों के काम आ रहे हैं।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 12:30 PM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 12:30 PM (IST)
बीएचयू का एमसीएच विंग भी बन सकता है कोरोना वार्ड, बढ़ते मामलों की वजह से तैयारी शुरू
नए अस्‍पताल कोरोना वार्ड में बदल रहे हैं वरना मरीजों को उपचार कराने के लिए अस्पताल नहीं मिलते।

वाराणसी, जेएनएन। वैश्विक महामारी कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रही है। इसके कारण शहर के अस्पताल एवं बेड कम पड़ने लगे हैं। खैर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर जो यहां पर नए अस्पताल बने हैं वे सभी अब इस आपदा में मरीजों के काम आ रहे हैं। वरना मरीजों को उपचार कराने के लिए अस्पताल नहीं मिलते। बीएचयू में ही करीब 400 बेड का नया शताब्दी सुपर स्पेशियलिटी कांप्लेक्स इस महामारी में पूरे पूर्वांचल के गंभीर कोरोना के मरीजों को संभाले हुए हैं। इसके साथ ही अब ट्रामा सेंटर में भी मंगलवार से कोरोना मरीजों के लिए 90 बेड की सुविधा शुरू होने जा रही है।  इसके अलावा यहां हाल ही में बनकर तैयार एमसीएच विंग में भी कोरोना वार्ड शुरू करने की तैयारी चल रही है। 

बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में एमसीएच विंग भी प्रधानमंत्री की ही सौगात है। भवन बनकर तैयार है, लेकिन मदर एंड चाइल्ड केयर की सुविधा शुरू नहीं हो पाई है। इससे पहले यहां पर अब कोरोना वार्ड बनाने के लिए अस्पताल एवं जिला प्रशासन के साथ कई राउंड की बैठक हो चुकी है। इसे कोरोना वार्ड बनाना इस लिए भी आसान माना जा रहा है कि यहां पर ऑक्सीन लाइन एवं अन्य आधुनिक सुविधाएं व्यवस्थित की गई है। हालांकि इसमें एक तकनीकी कारण बन रहा है। कारण कि यह विंग बच्चों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। खैर, जिस तेजी से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं उसको देखते हुए विशेष परिस्थिति में इसे भी कोरोना वार्ड बनाया जा सकता है।

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