बीएचयू के दंत संकाय में 18 प्लस वालों के लिए अलग से बनेगा वैक्सीनेशन सेंटर

कोरोना से बचाव के लिए सबसे बड़ा सुरक्षा कवच वैक्सीन ही है। शुरुआत में कुछ नेताओं द्वारा भ्रम फैलाने के कारण लोग कोरोना का टीका लगवाने में लापरवाही किए। यही कारण हैं कि बहुत ही लोगों की जान चली गई।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Fri, 21 May 2021 04:07 PM (IST) Updated:Fri, 21 May 2021 04:07 PM (IST)
बीएचयू के दंत संकाय में 18 प्लस वालों के लिए अलग से बनेगा वैक्सीनेशन सेंटर
कोरोना से बचाव के लिए सबसे बड़ा सुरक्षा कवच वैक्सीन ही है।

वाराणसी, जेएनएन। कोरोना से बचाव के लिए सबसे बड़ा सुरक्षा कवच वैक्सीन ही है। वैसे तो वैक्सीनेशन का कार्य तो जनवरी से ही चल रहा है, लेकिन शुरुआत में कुछ नेताओं द्वारा भ्रम फैलाने के कारण लोग कोरोना का टीका लगवाने में लापरवाही किए। यही कारण हैं कि बहुत ही लोगों की जान चली गई।

जब 15 अप्रैल के बाद कोरोना की दूसरी लहर तबाही मचानी शुरू की तो लोग अब टीका लगवाने के लिए आगे आ रहे हैं। यही कारण हैं कि सभी वैक्सीनेशन सेंटरों पर बहुत भीड़ हो रही है। सरकार ने एक मई से 18 साल के ऊपर के लोगों के लिए टीका लगान के लिए रजिस्ट्रेशन की सुविधा शुरू की। हालांकि अभी भी 45 एवं 60 साल के ऊपर वाले लोग आ रहे हैं, जबिक उनके लिए फरवरी, मार्च व अप्रैल में ही टीका लगवाने का मौका मिला था। जब कोरोना ने अपना विराल रूप दिखाना शुरू किया तो लोगों में जागरूकता आई है।

इस बीच बएीचय स्थित चिकित्सा विज्ञान संस्थान ने एक पहल की है। इसके तहत एक नया वैक्सीनेशन सेंटर बनाने के लिए जिला प्रशासन से मांग की है। इसमें सिर्फ 18 प्लस के युवाओं को ही वैक्सीनेशन की सुविधा दी जाएगी। सर सुंदरलाल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. केके गुप्ता ने बताया कि नया वैक्सीनेशन सेंटर दंत चिकित्सा विज्ञान संकाय में खोला जाएगा। इसके लिए सारी तैयारी पूरी कर ली गई है। अब जिला प्रशासन से इसकी स्वीकृति का इंतजार है। 

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