आपदा काल में बीएचयू में उठी स्थायी कुलपति की मांग, देश के 19 केंद्रीय विश्वविद्यालय चल रहे बिना कुलपति के
बीएचयू में स्थायी कुलपति के नियुक्ति की मांग तेजी से उठने लगी है। लोगों का कहना है कि आपदा काल में एक कुलपति की जरूरत है जो कि तमाम चीजों पर निर्णय ले सके। बीएचयू जेएनयू समेत देश के 19 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में स्थाई कुलपति के पद खाली हैं।
वाराणसी, जेएनएन। बीएचयू में स्थायी कुलपति के नियुक्ति की मांग तेजी से उठने लगी है। लोगों का कहना है कि आपदा काल में एक कुलपति की जरूरत है जो कि तमाम चीजों पर निर्णय ले सके। इस समय बीएचयू, जेएनयू समेत देश के 19 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में स्थाई कुलपति के पद खाली हैं। इस साल प्रो. राकेश भटनागर का पद खत्म होने के तीन माह पहले ही विज्ञापन आ गया था, मगर दस फरवरी के बाद कुलपति नियुक्ति की प्रक्रिया आगे ही नहीं बढ़ सकी।
वहीं मार्च में प्रो. भटनागर के जाने के बाद रेक्टर प्रो. वी के शुक्ला कार्यवाहक कुलपति बने। इस मुद्दे को लेकर बीएचयू एबीवीपी के सदस्य राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द को पत्र लिखकर कहा कि विश्वविद्यालय में कुलपति का कार्यकाल विगत 28 मार्च को समाप्त हो गया, मगर अभी तक किसी कारणवश स्थाई कुलपति की नियुक्ति नहीं हो पाई है। लंबे समय तक स्थाई कुलपति का न होना विश्वविद्यालय के शैक्षणिक विकास और सुचारू संचालन में बाधा बन सकता है। संगठन के संयोजक अधोक्षज पांडेय और सह संयोजक अभय प्रताप सिंह ने कहा कि यहां पर शैक्षणिक गतिविधियों के अलावा कुलपति को बहुत से प्रशासनिक दायित्वों का निर्वहन भी करना पड़ता है इसलिए कुलपति की नितांत आवश्यकता है। राष्ट्रपति के साथ ही पत्र की एक प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक को प्रेषित की गई है।
लोजपा छात्र इकाई बांट रही आक्सीजन सिलेंडर व दवा
कोविड-19 से प्रभावित लोगों के लिए लोक जनशक्ति पार्टी की छात्र इकाई जरूरतमंदों में ऑक्सीजन सिलेंडर व दवा आदि की व्यवस्था कर रही है। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर-7510070007 भी जारी किया गया है। पार्टी के इस कार्य से अभिभूत सांसद मनोज तिवारी ने सराहना की। प्रशंसा पत्र देकर छात्र इकाई के अर्पण पाठक को प्रोत्साहित किया।