बीएचयू : पहले तो भर लिए अतिरिक्त शिक्षक, अब सीटें बढ़ाने की मांग, मंत्रालय ने मांगा जवाब

पूर्वांचल के एम्स कहे जाने वाले चिकित्सा विज्ञान संस्थान बीएचयू के आयुर्वेद संकाय इन दिनों अतिरिक्त शिक्षक नियुक्त करने के बाद अब सीटें बढ़ाने को लेकर चर्चा में है। पहले तो यह मामला संस्थान तक ही था लेकिन अब केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के पास पहुंचा है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 12:50 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 12:50 PM (IST)
बीएचयू : पहले तो भर लिए अतिरिक्त शिक्षक, अब सीटें बढ़ाने की मांग, मंत्रालय ने मांगा जवाब
हले तो यह मामला संस्थान तक ही था, लेकिन अब केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के पास पहुंचा है।

वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल के एम्स कहे जाने वाले चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू के आयुर्वेद संकाय इन दिनों अतिरिक्त शिक्षक नियुक्त करने के बाद अब सीटें बढ़ाने को लेकर चर्चा में है। पहले तो यह मामला संस्थान तक ही था, लेकिन अब केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के पास पहुंचा है। इस माले में मंत्रालय ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय से जवाब मांगा है। यहां पर आयुर्वेद की यूजी सीटें 75 एवं पीजी की 50 सीटें हैं। ऐसे में यहां पर करीब 73 शिक्षकों की जरूरत है, लेकिन नियुक्ति 90 शिक्षकों की हो गई है। इसके आधार पर संकाय ने सीटें बढ़ाने की मांग हैं। हालांकि इसके लिए जरूरी है अस्पताल के बेड बढ़े, लैब, नर्सिंग स्टाफ एवं अन्य मूलभूत ढांया बढ़ाने की। यही नहीं अगर सीटें बढ़ती हैं तो मंत्रालय के ऊपर सीर्फ एमडी छात्रों पर ही तीन साल में 25 करोड़ खर्च करने पड़ेंगे। ऐसे में यूजीसी अब अतिरिक्त फंड देगा या नहीं यह संशय बना हुआ है।

एक ओर जहां शिक्षक अधिक भर्ती होने से सीटें बढ़ाने की मांग की जा रही है। वहीं दूसरी ओर शिक्षक की कमी से बीएचयू के ही बीएससी नर्सिंग की सीटें घट गई है। तीन साल पहले बीएससी नर्सिंग में 100 सीटों पर दाखिला हुआ था, लेकिन पर्याप्त संख्या में शिक्षक या अन्य सुविधाएं नहीं होने के कारण इसकी मान्यता पर रोक लग गई। इसके बाद यहां पर सीटें घटकर 60 हो गईं। हालांकि पिछले साल फिर शिक्षकों की भर्ती कर अब यहां पर सीटें 75 कर दी गई है।

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