टिकट न मिलने पर बोले भरत सिंह - 'पार्टी द्वारा प्रत्याशी नहीं बनाए जाने पर मर्माहत हूं'
भरत सिंह बोले- भाजपा का समर्पित सिपाही हूं पार्टी का हर निर्णय मेरे लिए मान्य है और मैं एक निष्ठावान सिपाही की तरह भाजपा में कार्य करता रहूंगा।
बलिया, जेएनएन। भाजपा सांसद भरत सिंह ने कहा है कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के निर्णय से मर्माहत हूं। मुझे समझ में नहीँ आ रहा है कि मेरा टिकट क्यों काटा गया, मैं विद्यार्थी परिषद के माध्यम से छात्र राजनीति शुरु किया था। भाजपा से तीन बार विधायक और मंत्री रहा। सांसद बनकर भी मैंने ईमानदारी पूर्वक बलिया संसदीय क्षेत्र के जनता-जनार्दन की सेवा करने का प्रयास किया। मैंने इस बाबत पार्टी हाईकमान को पत्र भेजकर अपनी पीड़ा व्यक्त कर दी है। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि मैं भाजपा का समर्पित सिपाही हूं, पार्टी का हर निर्णय मेरे लिए मान्य है और मैं एक निष्ठावान सिपाही की तरह भाजपा में कार्य करता रहूंगा। किंतु मुझे कारण जानने का हक है कि मुझे प्रत्याशी क्यों नहीं बनाया गया।
भरत सिंह बुधवार को दिल्ली से फोन पर जागरण से बातचीत कर रहे थे। बातचीत के दौरान कई भरत सिंह कई बार भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि जनता -जनार्दन की चौकीदारी में कहीं कोई चूक हो गई हो किंतु बार-बार आत्म मंथन व चिंतन के बाद भी कहीं कोई चूक मेरी तरफ से जनता -जनार्दन के प्रति नहीं दिखाई दे रही है। हालांकि पार्टी का निर्णय सर्वमान्य व शिरोधार्य है।