Carpet Industry : भदोही में डिस्ट्रिक्ट एक्सपोर्ट प्लान से कालीन उद्योग को मिलेगी संजीवनी

ओडीओपी के तहत संचालित इस योजना के लागू होने से भदोही के कालीन उद्यमियों में उत्साह है। निर्यातकों का मानना है कि देश से होने वाले कालीन निर्यात में भदोही की सर्वाधिक भागीदारी को देखते हुए सरकार द्वारा औद्योगिक वातावरण का सृजन किया जाएगा। जिसकी जनपद को बेहद जरूरत है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 12:17 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 12:17 PM (IST)
Carpet Industry : भदोही में डिस्ट्रिक्ट एक्सपोर्ट प्लान से कालीन उद्योग को मिलेगी संजीवनी
ओडीओपी के तहत संचालित इस योजना के लागू होने से भदोही के कालीन उद्यमियों में उत्साह है।

भदोही, जागरण संवाददाता। देश का निर्यात बढाने के लिए केंद्र सरकार के वाणिज्य मंत्रालय द्वारा प्रारंभ किया गया डेवलपिंग डिस्ट्रिक्ट लेवल एक्सपोर्ट हब, कालीन उद्योग के लिए फायदेमंद साबित होगा। एक जनपद एक उत्पाद (ओडीओपी) के तहत संचालित इस योजना के लागू होने से भदोही के कालीन उद्यमियों में उत्साह है। निर्यातकों का मानना है कि देश से होने वाले कालीन निर्यात में भदोही की सर्वाधिक भागीदारी को देखते हुए सरकार द्वारा औद्योगिक वातावरण का सृजन किया जाएगा। जिसकी जनपद को बेहद जरूरत है।

पिछले दिनों वाराणसी के रुदाक्ष कन्वेंशन सेंटर में आयोजित वाणिज्य उत्सव में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल की घोषणा का कालीन उद्यमियों ने स्वागत किया है। निर्यातकों का मानना है कि लघु उद्योगों को सरकार से प्रोत्साहन की जरूरत है। विशेषकर कोरोना के कारण पिछले दो साल में छोटे व मध्यम दर्जे के उद्योग धंधों पर विपरीत प्रभाव पडा है। ऐसे में डेवलपिंग डिस्ट्रिक्ट लेवल एक्सपोर्ट हब के माध्यम से निर्यात बढ़ाने के उपाय तलाश करने की सरकार की पहल उद्योग के लिए लाभदायक साबित होगी।

बता दें कि वर्ष 2017 में प्रदेश सरकार द्वारा प्रारंभ की गई ओडीओपी योजना से भदोही के उद्यमियों को काफी बल मिला है। योजना के तहत ऋण लेकर व्यापार को संभालने व विकसित करने में लोगों को काफी मदद मिली है। वाणिज्य मंत्रालय द्वारा प्रारंभ डिस्ट्रिक्ट एक्सपोर्ट प्लान भी ओडीओपी के तहत संचालित किया जाएगा।

एकमा के पूर्व मानद सचिव पीयूष बरनवाल का कहना है कि शासन स्तर से लघु उद्योगों को बढावा देने के लिए किया जा रहा प्रयास सराहनीय है। हालांकि, इसका परिणाम धरातल पर दिखना चाहिए। कहा कि भदोही को ढांचागत सुविधाओं से लैस करने की जरूरत है। ताकि पानीपत, जयपुर, दिल्ली की तरह भदोही में व्यवसाय का उत्तम वातावरण विकसित हो सके। वहीं विदेशों में कालीन निर्यात की संभावनाओं को इस मंच से बल मिलना तय है। 

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