कोरोना संक्रमण के कारण डोमोटेक्स रद होने से भदोही के कालीन निर्यात को 500 करोड़ की चोट

जर्मनी के हनोवर शहर में मई में प्रस्तावित तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कालीन मेला डोमोटेक्स रद हो चुका है इसके चलते देश के कालीन निर्यात को करीब 500 करोड़ की चोट लगी है। पिछली बार देश से 250 निर्यातकों ने इसमें भागीदारी की थी।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 07 Jan 2021 05:40 PM (IST) Updated:Thu, 07 Jan 2021 08:46 PM (IST)
कोरोना संक्रमण के कारण डोमोटेक्स रद होने से भदोही के कालीन निर्यात को 500 करोड़ की चोट
जर्मनी के हनोवर शहर में डोमोटेक्स रद होने से कालीन निर्यात को करीब 500 करोड़ की चोट लगी है।

भदोही, जेएनएन। जर्मनी के हनोवर शहर में मई में प्रस्तावित तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कालीन मेला डोमोटेक्स रद हो चुका है, इसके चलते देश के कालीन निर्यात को करीब 500 करोड़ की चोट लगी है। पिछली बार देश से 250 निर्यातकों ने इसमें भागीदारी की थी। कोरोना संक्रमण के चलते पिछले दिन यह आयोजन आगे खिसका था। दुनिया का सबसे बड़ा यह फेयर हर वर्ष जनवरी में लगता है, लेकिन अबकी महामारी के चलते मई में आयोजन होना था, अब यह कार्यक्रम भी रद कर दिया गया है।

डोमोटेक्स के रद होने से उद्योग की भारी क्षति

डोमोटेक्स के रद होने से उद्योग की भारी क्षति हुई। डोमोटेक्स से 80 फीसद व्यवसाय होता था। इस फेयर से वे साल में आठ माह का काम निकाल लेते थे।

- प्रशांत मिश्रा, निर्यातक

निर्यातक डोमोटेक्स का इंतजार साल भर करते थे। बड़े पैमाने पर फेयर का आयोजन होने के कारण नए व पुराने आयातकों से मुलाकात होती थी।

- जाबिर बाबू अंसारी, निर्यातक

कालीन उद्योग को संभालने में डोमोटेक्स का हाथ है। जब जब उद्योग मुश्किल दौर में था तब तब डोमोटेक्स ने संभाला।

- प्रेरणा गोयल, निर्यातक

कोरोना महामारी ने 2020 को बरबाद ही किया था अब 2021 में भी राहत नहीं है।नए साल में प्रस्तावित आयोजनों से उम्मीद बंधी थी।

- बसंत चांडक, निर्यातक

प्रदेश के कालीन निर्यातकों को 60 फीसद पंजीकरण शुल्क माफ

कारपेट एक्सपो मार्ट के लोकार्पण कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि वह कालीन को दुनिया में प्रमोट करने के लिये हर संभव कोशिश करेंगे। यह कवायद अब शुरू हो चुकी है। प्रदेश सरकार ने आदेश दिया है कि 27 जनवरी से एक फरवरी के मध्य प्रस्तावित मेगा कारपेट वर्चुअल फेयर में प्रदेश का कोई कालीन निर्यातक शामिल होता है तो उनका 60 फीसद पंजीकरण शुल्क माफ कर दिया जाएगा।

मेले में कालीन निर्यात संवर्धन परिषद प्रदेश से करीब 150 निर्यातकों को जोडऩे की योजना पर काम कर रहा है। योगी सरकार से मिली राहत के बाद अब भदोही, मीरजापुर, बनारस और आगरा के निर्यातकों को 15 हजार रुपये में सिर्फ छह हजार रुपये ही पंजीकरण शुल्क देने होंगे। परिषद के अधिशासी अधिकारी संजय कुमार ने बताया कि आनलाइन तरीके से पंजीकरण किये जा रहे हैं। जम्मू एवं कश्मीर सरकार ने भी वहां के निर्यातकों का सौ फीसद शुल्क माफ कर दिया है।

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