पूर्वांचल में सरयू नदी खतरा बिंदु के पार, बाकी नदियों का जलस्‍तर स्थिरता की ओर

पूर्वांचल में कई दिनों से रह रहकर हो रही बरसात से नदियों का जलस्‍तर कम होने के बाद दोबारा बढ़ा और देखते ही देखते बलिया जिले में सरयू नदी का जलस्‍तर दोबारा बढ़ाव की ओर होने से सोमवार को खतरा बिंदु पार कर गई।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Tue, 29 Sep 2020 10:39 AM (IST) Updated:Tue, 29 Sep 2020 05:18 PM (IST)
पूर्वांचल में सरयू नदी खतरा बिंदु के पार, बाकी नदियों का जलस्‍तर स्थिरता की ओर
गंगा नदी में भी कुछ जिलों में जलस्‍तर में बढ़ाव देखा गया।

वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल में कई दिनों से रह रहकर हो रही बरसात से नदियों का जलस्‍तर कम होने के बाद दोबारा बढ़ा और देखते ही देखते बलिया जिले में सरयू नदी का जलस्‍तर दोबारा बढ़ाव की ओर होने से सोमवार को खतरा बिंदु पार कर गई। जबकि गंगा नदी में भी कुछ जिलों में जलस्‍तर में बढ़ाव देखा गया। हालांकि अब दो दिनों से बरसात नहीं होने से नदियाें का जलस्‍तर कम होने की ओर है। ऐसे में अब नदियों का रुख और तल्‍ख होने की उम्‍मीद नहीं है।

बाढ़ का पानी कम होने के बाद से तटवर्ती इलाकों में संक्रामक रोगों के प्रसार का खतरा बढ़ गया है। निचले इलाकों में बाढ़ और बारिश का पानी ठहरा होने से पानी में सड़न और मच्‍छरों के पनपने की स्थिति बनने लगी है। जबकि खेतों में दोबारा पानी भरने से सब्जियों की फसल को पर्याप्‍त नुकसान पहुंचा है। गाजमगढ़, मऊ और बलिया जिले में सरयू नदी में उफान होने से तटवर्ती इलाकों में बाढ के साथ कटान का दौर होने से लोगों में चिंता का माहौल है।

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