उमस और गर्मी के बीच वाराणसी में झमाझम बरसात, सड़कों और गलियों पर जल भराव

अचानक घने बादल आ गए और पानी की लंबी धार बरसा गए। हालांकि देर रात तक बारिश को कोई आंकड़ा नहीं आ सका मगर बारिश ने लोगों प्रचंड गर्मी और पसीने से राहत दे दिया। इस दौरान बनारस की सड़कें गलियां और कूचे पानी से लबालब भर गए।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 09:22 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 11:13 PM (IST)
उमस और गर्मी के बीच वाराणसी में झमाझम बरसात, सड़कों और गलियों पर जल भराव
वाराणसी में देर शाम हुई बरसात से जल जमाव से लोगों को दिक्‍कत हुई।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। तेज गर्मी और उमस से परेशान लोगों को मंगलवार शाम अचानक हुई तेज बारिश से राहत मिली। हालांकि सावन की पहली बारिश ने नगर निगम की पोल खोल दी। बनारस की सड़कें, गलियां और कूचे पानी से लबालब भर गए तो वहीं लीकेज नालों ने लोगों की समस्याओं और बढ़ा दीं। गोदौलिया से लेकर असि और सामनेघाट की सड़कों तक पर पानी भर जाने से भारी जाम लग गया।

बारिश के बाद तापमान ने भी तेजी से गोता लगाया। अधिकतम तापमान जहां 33.4 डिग्री दर्ज किया गया वहीं न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहा। बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मानसून अब कुछ दिनों तक समस्त उत्तर भारत में सक्रिय रहेगा। पश्चिम और पूरब दोनों दिशाओं से हवाएं चल रहीं हैं, इस कारण ठीक-ठाक बारिश हुई। अभी चार-पांच दिन इसी तरह बारिश की संभावना बनी रहेगी। हालांकि मंगलवार को कितनी बारिश हुई, इसका आंकड़ा नहीं मिल सका। बीते कई दिनों से लोग जबरदस्त गर्मी और उमस से परेशान थे। आद्रता 80 फीसद के आसपास पहुंच गई थी।

चार-पांच दिन हो सकती है बारिश

मौसम विभाग का अनुमान है कि बनारस में अभी कुछ और दिन इसी तरह से बारिश का आलम बरकरार रहेगा। मंगलवार को बनारस का अधिकतम तापमान 33.4 डिग्री सेल्सियस तो वहीं न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस तक गया। पारा के दोनों ही छोर सामान्य तापमान के बराबर ही दर्ज किए गए।

बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मानसून अब कुछ दिनों तक समस्त उत्तर भारत में सक्रिय रहेगा, वहीं पश्चिम और पूरब दोनाें दिशाओं से हवाएं चल रहीं हैं इस कारण से वर्षा ठीक-ठाक हुई। अभी चार-पांच दिन तक कुछ इसी तरह से बारिश की संभावना बनी हुई है। बीते दिनों जिस तरह से उमस का दौर जारी था उससे दाे दिन पहले ही ऐसी वर्षा अनुमानित थी। कई दिनों से उमस 80 फीसद के आसपास थी, जो कि बारिश के लिए उचित वातावरण तैयार कर चुकी थी।

बरसात के बाद चार घंटे अंधेरे में रहे शहर के कई इलाके

मंगलवार देर शाम हुई बरसात के बाद शहर के कई इलाके चार घंटे तक अंधेरे में रहे। सिगरा स्थित बैंक में कालोनी में बारिश होते ही बिजली कट गई। यहां देर रात करीब 11 बजे तक बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हुई थी। उधर तेज आंधी के कारण सिगरा में केबल ब्रेकडाउन होने के कारण नगरनिगम और काशी विद्यापीठ फीडर बंद हो गया। इस कारण इंग्लिशियालाइन, अन्नपूर्णा नगर, मलदहिया फूलमंडी इलाके में चार घंटे तक आपूर्ति बाधित रही। इसके साथ ही लहुराबीर, चेतगंज, भेलूपुर, बजरडीहा, खोजवां, पांडेयपुर, सारनाथ, गोइठहां, सोयेपुर, लमही, बड़ा लालपुर, छोटा लालपुर, नटियादाई क्षेत्र में भी तीन से चार घंटे बिजली आपूर्ति बाधित रही। संविदा लाइनमैंन देर रात फाल्ट खोजने में जुटे रहे।

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